शिमला: राजधानी में कोरोना संक्रमित मरीज की मौत पर अंतिम संस्कार करने वाले कर्मचारियों का बीमा किया जाएगा. शिमला एमसी ने इन कर्मियों का 50 लाख का बीमा करने का फैसला लिया है.
कोरोना संक्रमित मरीज की मौत पर दाह संस्कार करने वाले कर्मियों को पीपीई किट भी मुहैया करवाई जाएगी. इसके साथ ही निगम कर्मियों को दो-दो हजार रुपये भी देगा. बुधवार को नगर निगम की मासिक बैठक में इन कर्मचारियों का बीमा करने फैसला लिया गया. बैठक में नगर निगम के सभी सफाई कर्मियों को 4-9-14 का लाभ देने का फैसला भी लिया गया. इसके अलावा एमसी की बैठक में कर्मियों की ड्यूटी के दौरान मौत पर एक लाख रुपये परिवार को देने की घोषणा भी गई. एमसी कमियों को ये लाभ ड्यूटी में 90 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करवाने पर ही मिल पाएंगे.
बुधवार को निगम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मासिक बैठक का आयोजन किया. बैठक में कसुम्पटी के विधायक अनिरुद्ध सिंह भी मौजूद रहे. अनिरुद्ध सिंह ने कोरोना के इस संकट के समय मे पर्यटन करोबार से जुड़े और नगर निगम के किराएदारों को राहत देने के मामले को सरकार के समक्ष उठाने की मांग रखी. मामले में सरकार को हाउस से पारित कर हाउस टैक्स, किराया माफ करने और गारबेज फीस माफी में राहत के लिए प्रस्ताव भेजा गया.
नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत होने पर दाह संस्कार करने वाले कर्मियों का बीमा करवाया गया है. निगम द्वारा इस कार्य के लिए कर्मियों को दो-दो हजार रुपये भी दिए जाएंगे. इसके अलावा होटेलियर समय से प्रोपर्टी टैक्स और अन्य रियायतों की मांग कर रहे थे. निगम इन्हें अपनी ओर से दो तिहाई तक ही राहत दे सकता है. ये मामला सरकार को भेजा गया है. निगम की दुकानों का किराया माफ करने का फैसला भी सरकार ही लेगी.