शिमला: राजधानी शिमला में लोगों के घरों के बाहर अब जल निगम पानी के मीटर लगाएगा. जिसमें पानी के बिल के लिए मीटर रीडिंग लेने में आसानी हो सके. इस समय मीटर घरों की दीवारों के पीछे लगे हुए हैं, जिससे मीटर रीडिंग करना मुश्किल हो रहा है. साथ ही घरों में लगे सात हजार के करीब पानी के मीटर जल निगम को नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में निगम को इन लोगों को औसतन बिल जारी करने पड़ रहे हैं. साथ ही हर माह पानी के बिल भी निगम जारी नहीं कर पा रहा है और इन मीटर को ढूंढने के लिए जेई को फील्ड में उतारा गया है. 15 फरवरी तक सभी मीटर ढूंढने के आदेश जल प्रबधन निगम को दिए हैं.
शहर में करीब 32 हजार के उपभोक्ता
जल निगम के एजीएम गोपाल कृष्ण ने कहा कि शहर में 32 हजार के करीब उपभोक्ता है. मीटर रीडिंग का काम एक कंपनी को दिया गया है और कंपनी को 19 हजार ही पानी के मीटर मिल पाए थे, इसके बाद निगम की ओर से जेई ओर अन्य कर्मियों को मीटर ढूंढने के लिए फील्ड में उतारा गया है और सात हजार मीटर ढूंढ लिए गए हैं. ये मीटर या तो दीवारों के पीछे लगे थे या गलियों में थे और अन्य मीटर भी 15 फरवरी तक ढूंढने के निर्देश दिए गए हैं.
दरवाजे के सामने लगाए जाएंगे पानी के मीटर
एजीएम ने कहा कि पानी के ज्यादातर मीटर दीवारों के पीछे या गलियों में जहां रीडिंग लेने में मुश्किल हो रही है. ऐसे में अब जल निगम घरों में दरवाजे के सामने जहा बिजली के मीटर लगे होंगे. वहीं ये मीटर लगाए जाएंगे ताकि रीडिंग करने में आसानी हो सके.
मीटर को ढूंढने का कार्य जारी
बता दें कि जल निगम ने हर माह बिल देने का ऐलान तो किया था, लेकिन जब बिल के लिए मीटर रीडिंग के लिए कर्मी उतारे गए तो केवल 19 हजार मीटर ही मिले और अन्य लोगों को जल निगम एवरेज पर ही इतजे समय से बिल देता आया है. वहीं, अब हर माह बिल देने के लिए मीटर को ढूंढने का कार्य किया जा रहा है.
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