शिमला: हिमाचल के माननीयों के बढ़ाए गए यात्रा भत्ते को लेकर चौतरफा विरोध हो रहा है. सामाजिक कार्यकर्ता जहां विधायकों के लिए चंदा एकत्रित कर रहे हैं, वहीं अब छात्र संगठन भी इस मुहिम को आगे बढ़ा रहे है. मंगलवार को एचपीयू परिसर में एसएफआई ने माननीयों के लिए चंदा एकत्रित किया .
छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने 'गरीब विधायकों' के लिए छात्रों से एक-एक रुपये का चंदा इकट्ठा किया. इस एकत्र की गई राशि को राज्यपाल के माध्यम से मुख्यमंत्री को सौंपा जाएगा. एसएफआई का कहना है कि सरकार प्रदेश में बेरोजगारों को रोजगार नहीं दे पा रही है. आउटसोर्स कर्मियों के लिए नीति नहीं बनाई जा रही है और पुरानी पेंशन को भी बहाल नहीं किया जा रहा है. सरकार इसके लिए आर्थिक स्थिति ठीक न होने की बात करती है, लेकिन जब माननीयों के भत्ते और वेतन बढ़ाना होता है तो इसके लिए कोई बहाना नहीं बनाया जाता है.
ये भी पढ़ें: डेढ़ साल में पुलिस ने पकड़े 8 नाइजीरियन, किसी का वीज़ा एक्सपायर तो किसी का पासपोर्ट
कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार ने सदन में माननीयों के यात्रा भत्ते बढ़ा दिए. विधानसभा में मात्र सीपीआईएम के विधायक राकेश सिंघा ने ही इसका विरोध जताया. इसके अलावा किसी विधायक ने विरोध नहीं किया. एसएफआई का कहना है कि विधायक अपनी गरीबी का रोना रो रहे हैं. छात्रों ने इन विधायकों के लिए चंदा एकत्रित करने की मुहिम शुरू की है और छात्रों से पैसे लेकर विधायकों की गरीबी दूर की जाएगी.