ETV Bharat / state

विवादों में घिरी स्कूल लेक्चरर भर्ती रद्द, कैबिनेट के फैसले के बाद अधिसूचना जारी

क्लास थ्री व क्लास फोर के पदों पर गैर हिमाचलियों की भर्ती रोकने के लिए राज्य सरकार ने आयोग के जरिए हो रही स्कूल लेक्चरर न्यू भर्ती प्रक्रिया को रद्द किया है. साथ ही सरकार ने लोक सेवा आयोग और कर्मचारी चयन आयोग की वो सारी भर्ती प्रक्रिया वापिस ली है, जो पुराने नियमों के अनुसार हो रही थी और जिनमें अभी लिखित परीक्षा नहीं हुई थी.

School lecturer recruitment canceled
author img

By

Published : Nov 19, 2019, 11:59 PM IST

शिमला: हिमाचल में विवादों में रही स्कूल लेक्चरर भर्ती रद्द कर दी गई है. प्रदेश लोक सेवा आयोग के जरिए हो रही स्कूल लेक्चरर-न्यू भर्ती प्रक्रिया को रद्द करने के आदेश दिए गए हैं. इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी गई है. कैबिनेट मीटिंग में चर्चा के बाद ये फैसला लिया गया था, जिस पर मंगलवार को कार्मिक विभाग ने प्रक्रिया रद्द करने की अधिसूचना जारी कर दी.

इसे ऐसे भी कहा जा सकता है कि क्लास थ्री व क्लास फोर के पदों पर गैर हिमाचलियों की भर्ती रोकने के लिए राज्य सरकार ने आयोग के जरिए हो रही स्कूल लेक्चरर न्यू भर्ती प्रक्रिया को रद्द किया है. साथ ही सरकार ने लोक सेवा आयोग और कर्मचारी चयन आयोग की वो सारी भर्ती प्रक्रिया वापिस ली है, जो पुराने नियमों के अनुसार हो रही थी और जिनमें अभी लिखित परीक्षा नहीं हुई थी.

कार्मिक विभाग के डिप्टी सेक्रेटरी ओपी भंडारी की ओर से जारी अधिसूचना में सभी प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों, उपायुक्तों, निगम-बोर्डों और भर्ती आयोगों को निर्देश दिए गए हैं कि पुरानी भर्ती के सभी पद विदड्रा किये जा रहे हैं. साथ ही ये कहा जा रहा है कि इनके लिए अब नए सिरे से रिक्वीजीशन भेजी जाएगी. इसका अर्थ ये हुआ कि अब ये पद नए सिरे से विज्ञापित होंगे.

School lecturer recruitment canceled
कार्मिक विभाग की नोटिफिकेशन.

इसी प्रक्रिया में लोक सेवा आयोग की स्कूल लेक्चरर भर्ती भी रद्द हो गई है. अभी इसके लिए 22 नवंबर तक आवेदन की तारीख थी. इस भर्ती के विज्ञापन से ही सारा विवाद हुआ था. अब सरकार के नए फैसले से लोक सेवा आयोग और कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में नई भर्तियों में कुछ महीनों की देरी होगी, क्योंकि विभागों को अब नए सिरे से डिमांड भेजनी होगी.

वहीं, अब नई अधिसूचना के मुताबिक सरकार ने संविधान के अनुच्छेद-309 में दी गई शक्तियों का प्रयोग करते हुए हिमाचल प्रदेश एलिजिबिलिटी फॉर अपाइंटमेंट टू क्लास थ्री एंड फोर पोस्ट्स, रूल्स 2019 बनाये हैं. इनमें क्लास थ्री पोस्ट के लिए आवेदक के लिए मैट्रिक और प्लस टू हिमाचल से की होना जरूरी है, जबकि क्लास फोर के लिए मिडल और मैट्रिक हिमाचल के स्कूलों से चाहिए. ये मंगलवार से ही लागू हो गए हैं. यही प्रावधान सरकार ने अगस्त महीने में लागू करने का फैसला लिया था, लेकिन अधिसूचना लेट होने से स्कूल लेक्चरर भर्ती में विवाद हो गया.

शिमला: हिमाचल में विवादों में रही स्कूल लेक्चरर भर्ती रद्द कर दी गई है. प्रदेश लोक सेवा आयोग के जरिए हो रही स्कूल लेक्चरर-न्यू भर्ती प्रक्रिया को रद्द करने के आदेश दिए गए हैं. इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी गई है. कैबिनेट मीटिंग में चर्चा के बाद ये फैसला लिया गया था, जिस पर मंगलवार को कार्मिक विभाग ने प्रक्रिया रद्द करने की अधिसूचना जारी कर दी.

इसे ऐसे भी कहा जा सकता है कि क्लास थ्री व क्लास फोर के पदों पर गैर हिमाचलियों की भर्ती रोकने के लिए राज्य सरकार ने आयोग के जरिए हो रही स्कूल लेक्चरर न्यू भर्ती प्रक्रिया को रद्द किया है. साथ ही सरकार ने लोक सेवा आयोग और कर्मचारी चयन आयोग की वो सारी भर्ती प्रक्रिया वापिस ली है, जो पुराने नियमों के अनुसार हो रही थी और जिनमें अभी लिखित परीक्षा नहीं हुई थी.

कार्मिक विभाग के डिप्टी सेक्रेटरी ओपी भंडारी की ओर से जारी अधिसूचना में सभी प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों, उपायुक्तों, निगम-बोर्डों और भर्ती आयोगों को निर्देश दिए गए हैं कि पुरानी भर्ती के सभी पद विदड्रा किये जा रहे हैं. साथ ही ये कहा जा रहा है कि इनके लिए अब नए सिरे से रिक्वीजीशन भेजी जाएगी. इसका अर्थ ये हुआ कि अब ये पद नए सिरे से विज्ञापित होंगे.

School lecturer recruitment canceled
कार्मिक विभाग की नोटिफिकेशन.

इसी प्रक्रिया में लोक सेवा आयोग की स्कूल लेक्चरर भर्ती भी रद्द हो गई है. अभी इसके लिए 22 नवंबर तक आवेदन की तारीख थी. इस भर्ती के विज्ञापन से ही सारा विवाद हुआ था. अब सरकार के नए फैसले से लोक सेवा आयोग और कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में नई भर्तियों में कुछ महीनों की देरी होगी, क्योंकि विभागों को अब नए सिरे से डिमांड भेजनी होगी.

वहीं, अब नई अधिसूचना के मुताबिक सरकार ने संविधान के अनुच्छेद-309 में दी गई शक्तियों का प्रयोग करते हुए हिमाचल प्रदेश एलिजिबिलिटी फॉर अपाइंटमेंट टू क्लास थ्री एंड फोर पोस्ट्स, रूल्स 2019 बनाये हैं. इनमें क्लास थ्री पोस्ट के लिए आवेदक के लिए मैट्रिक और प्लस टू हिमाचल से की होना जरूरी है, जबकि क्लास फोर के लिए मिडल और मैट्रिक हिमाचल के स्कूलों से चाहिए. ये मंगलवार से ही लागू हो गए हैं. यही प्रावधान सरकार ने अगस्त महीने में लागू करने का फैसला लिया था, लेकिन अधिसूचना लेट होने से स्कूल लेक्चरर भर्ती में विवाद हो गया.

Pune (Maharashtra)[India], Nov 19 (ANI): UK-based global conglomerate SRAM &  MRAM Group signed a historic association with Himachal Pradesh government to set up an EV bus manufacturing unit. SRAM &  MRAM Group, a billion dollar conglomerate in association with CSEPEL Holding Nyrt, Hungary, will become the world's largest bus manufacturing conglomerate in the world with a capacity to produce over 8,000 buses per annum.
This agreement would enable  SRAM & MRAM  group to enter the Indian auto sector in a big way and attain leadership position and also move towards establishing itself as one of the leading green energy company with its thrust on EV based auto products.   SRAM & MRAM  group has been signing multiple agreements with various governments across the globe to produce and operate buses on BOOT model.
 The  Himachal Pradesh government Himachal Pradesh government  has been the first government in the country to take the plunge into the green energy-based solutions which could ensure it maintains its base as a tourist destination without sacrificing growth besides generating employment in the region.
Considering that the entire business would be run on the BOOT model, the initiative would help developing economies to utilise the expertise of the conglomerate to ensure they are enabled to use the BOOT business model of the cash-rich conglomerate and march towards the green revolution.
Chief Minister  Jai Ram Thakur Jai Ram Thakur  along with the Prime Minister Narendra Modi has been vocal about conserving the greenery of Himachal Pradesh and whose efforts to promote Himachal Pradesh as an investment destination without sacrificing its tourist attractions has been receiving rave reviews across the industry circles.  Thakur's idea of reducing the unemployment rate substantially within the space of the next 3 years is seen in the efforts being taken by his government. The recently concluded Himachal Pradesh Investor Summit is one of the many initiatives taken by Thakur.
 He said that he was very happy to note that that conglomerates like  SRAM & MRAM  group are taking the plunge to see the economic development of the state and urging them to set up its manufacturing base in UNA area in Himachal Pradesh.
Dr Sailesh Lachu Hiranandani, Chairman,  SRAM & MRAM  Group & ELPRO Group reiterated the need for large corporates to participate in the economic development of the Indian economy.  He said that it is the duty of the Indian expat population to reinvest their time, money and resources back to the mother country to ensure that the growth process is triggered in the correct direction keeping futuristic ideologies and technologies in mind.
 Shailesh Vats, Director,  SRAM & MRAM  Group, in association with his colleagues Amit Singhal and Rahul Singh have been instrumental in getting the deal signed with the government of Himachal Pradesh.
Shailesh Vats will be handling the entire EV bus operations in Himachal Pradesh. Sunil Kumar Arora, Executive Director,  SRAM & MRAM  Group, handling the road transportation sector,  emphasized that by foraying into the EV transport market will bring in affordable technologies to developing economies and in turn will help build the economies along with the infrastructure sector specifically targeting the surface transport.
Kalaichelvan, Director, CSEPEL Holding NYRT, a veteran industrialist who has brought in the entire Hungarian automotive manufacturers under one roof, has been at the forefront of creating green initiatives along with European Corridor. He is the owner of multiple IPR's in the fields of automotive motors and has signed multiple agreements with both the Hungarian Government and Hungarian automotive associates to spread the green revolution across the globe and help underdeveloped countries with the technical know-how to convert existing infrastructure to more environment-friendly green initiatives.
 Nitin Gupta, Director, Cosmo Solutions, will be supplying the high-quality self-charging batteries needed for the EV buses.  He said that with advanced technological solutions in the fields of dry cell batteries, Cosmo is the best bet for CSEPEL to bring in the batteries to the assembly line.
All the buses will be provided free of cost to the vendors including governments.  SRAM & MRAM  would be appointing its local offices in India, to manage all the maintenance related work and providing charging stations across India. The company will generate all the necessary financial and manpower resources to finance the entire project from scratch and is launching 200 fully ready 33 seater buses within a period of 2 years from the date of the proposed agreements with various governments and corporates.  
SRAM & MRAM  along with its partner CSEPEL Holding Nyrt, Hungary will bring in the necessary investments required viz. human, financial and technical resources to set up multiple assembling units in Asia across different countries viz. India, Myanmar, Cambodia and other Asian countries within the next 5 years.
Dr Sailesh Lachu Hiranandani along with CSEPEL Chairman and Chairman of the consortium of Hungarian companies Kalaichelvan have together in association with Harpreet Bhakshi, Managing Director, ELPRO have pledged comprehensive resources including financial, human and technical for the next 10 years to ensure the success of this project.
This article is provided by National Mindset. ANI will not be responsible in any way for the content of this article.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.