रामपुर/शिमला: रामपुर में 9 जून को एक निजी स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका ने घर में पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली थी. काफी दिन बीत जाने के बाद भी मामले को लेकर कोई उचित कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है, जिसको लेकर परिजनों ने रोष प्रकट किया है.
बुधवार को रामपुर में मृतिका दिव्या कपुर के आत्महत्या को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया. यह धरना-प्रदर्शन रामपुर पुलिस थाना के बाहर और एसडीएम कार्यालय के बाहर किया गया. इस दौरान प्रदर्शनकर्ताओं ने एसडीएम नरेन्द्र चौहान के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा. साथ ही रामपुर बाजार में कैंडल मार्च भी निकाला गया.
ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने आरोप लगाया कि मामले को लेकर पुलिस की ओर से अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है. अपराध करने वाले खुले आम बाहर घूम रहे हैं. अहम तथ्य होने के बावजूद भी पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने से कतरा रही है, जिसके पीछे राजनीतिक दबाव साफ तौर पर नजर आ रहा है. विज्ञापन में मुख्य भूमिका निभाने वाले अपराधियों के नाम तक दिए गए है.
वहीं, दिव्या के पिता प्रेम नाथ शर्मा ने आरोप लगाया कि पुलिस इस मामले में अभी तक कुछ भी नहीं कर पाई है. मामले के 8 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है. उन्होंने अपनी बेटी की मौत को लेकर न्याय दिलाने की गुहार लगाई. मामले में संलिप्त आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने के लिए भी कहा.
बता दें कि रामपुर में 9 जून को देर शाम एक निजी स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका ने घर में पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक शिक्षिका ने आत्महत्या से पहले फेसबुक में जमीनी विवाद होने जैसी जानकारी और एक नोट भी डाला था. पुलिस के हाथ एक वीडियो संदेश भी लगा है, जो मृतका ने वाट्सएप पर डाला था. महिला की करीब दो वर्ष की एक बच्ची भी है.