शिमला: मानसून सत्र के दौरान विधायकों के यात्रा भत्ता बढ़ाने के फैसले का प्रदेश में लगातार विरोध हो रहा है. मंगलवार को शिमला में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अनोखे तरीके से विरोध जताया. सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर अर्धनग्न अवस्था में लोगों से विधायकों व मंत्रियों के लिए चंदा मांगा.
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जयराम सरकार के यात्रा भत्ता बढ़ाने के फैसले पर तंज कसते हुए कहा कि विधायक और मंत्री सबसे ज्यादा गरीब हो गए हैं और वो उनके लिए कपड़े उतार कर चंदा एकत्रित कर रहे हैं, ताकि उनकी गरीबी दूर की जा सके.
बता दें कि सामाजिक कार्यकर्ता रवि कुमार दलित सहित अन्य लोग विधायकों के लिए कई दिनों से मटका लेकर शहर में चंदा एकत्रित कर रहे हैं. रवि कुमार दलित ने कहा कि विधायकों के भत्ते का प्रदेश भर में विरोध हो रहा है. सीएम जयराम ठाकुर धृतराष्ट्र की तरह आंखे बंद कर बैठे हैं. सीएम ने बयान दिया कि विधायक लिखकर दें कि भत्ता नहीं लिया जाएगा जीऔर ये बयान सिर्फ जनता को मूर्ख बनाने के लिए है. विधायक भी बयान दे रहे हैं कि यात्रा भत्ते सिर्फ कुछ विधायक ही लेते हैं, लेकिन जब कोई विधायक भत्ते ही नहीं लेता, तो यात्रा भत्ते बढ़ाने की क्या जरूरत थी.
रवि कुमार ने कहा कि गरीब विधायकों के लिए चंदा एकत्रित करने की मुहिम शुरू की गई है और 14 सितंबर को ये राशि राज्यपाल के माध्यम से सीएम को दी जाएगी, ताकि विधायकों की गरीबी दूर हो सके. उन्होंने शिक्षा मंत्री द्वारा दिए गए बयान को दुर्भाग्य पूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री संवैधानिक पद पर है और इस तरह के बयान उन्हें शोभा नही देते. इसके विरोध स्वरूप भी अर्धनग्न होकर रोष जताया जा रहा है.