शिमला: प्रदेश में सरकारी स्कूल और विश्वविद्यालयों, कॉलेजों को लेकर पूरा एग्जिट प्लान तैयार कर लिया है. वहीं, निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने भी कोविड 19 के इस संकट में एग्जिट प्लान तैयार कर लिया है. इसे लेकर सोमवार को शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की.
इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जहां निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने अपना एग्जिट प्लान बताया तो वहीं, अपनी समस्याओं से भी शिक्षा मंत्री को अवगत करवाया. हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षा संस्थान विनियामक आयोग की ओर से आयोजित इस बैठक में 17 निजी विश्वविद्यालय के कुलपतियों ने भाग लिया.
इस दौरान कुलपतियों ने बताया कि एग्जिट प्लान के तहत वे किस प्रकार सोशल डिस्टेंसिंग को कायम रखते हुए विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करवाएंगे. शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि निजी विश्वविद्यालय के कुलपतियों के साथ हुई चर्चा में उनसे जानकारी ली गई है कि अगर लंबे समय तक शैक्षणिक संस्थान बंद रहते हैं तो किस प्रकार वे छात्रों को शिक्षा देंगे.
कुलपतियों ने कोरोना महामारी के चलते निजी विश्वविद्यालयों को आ रही समस्याओं को लेकर भी चर्चा की. इस दौरान उन्होने विश्वविद्यालयों को पेश आ रही आर्थिक दिक्कतों के बारे में शिक्षा मंत्री को अवगत करवाया. कुलपतियों ने कहा कि निजी विश्वविद्यालयों को फीस नहीं मिल पा रही है, छात्रवृति की फंड भी नहीं मिला है. वहीं, शिक्षकों का वेतन भी देना पड़ रहा है, जिसकी वजह से अब उन्हें दिक्कतें पेश आ रही है.
मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि लंबे समय तक लॉकडाउन की स्थिति में प्रदेश के निजी विश्वविद्यालयों की ओर से शिक्षण कार्यों को जारी रखने के लिए आए सुझावों को लेकर एग्जीट प्लान बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार निजी विश्वविद्यालयों के हितों को ध्यान में रख कर कोविड-19 के दौरान राज्य में शिक्षा व्यवस्था बनाए रखने पर विचार कर रही है.
इन विश्वविद्यालयों को आने वाली समस्याओं और उचित मांगों पर विचार किया जाएगा ताकि इनका समाधान किया जाए. इससे पूर्व विभिन्न निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और प्रतिनिधियों ने शिक्षा मंत्री को विश्वविद्यालयों में वर्तमान में किए जा रहे प्रबन्धों से अवगत करवाया. सभी ने कोविड-19 महामारी के दौरान ऑनलाईन शिक्षा पर बल देते हुए भविष्य में इसका अधिक उपयोग करने पर सहमति जताई.