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इन्वेस्टर मीट की तैयारियां जोरों पर, प्रदेश को फिल्म उद्योग का पसंदीदा गंतव्य बनाने की कोशिश

शिमला में भारत के फिल्म निर्माता संघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने गुरुवार को जन सम्पर्क विभाग के प्रधान सचिव से मिलकर प्रदेश में फिल्म नीति को लेकर बातचीत की.

कुलमीत मक्कड़ और संजय कुंडू
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Published : Oct 10, 2019, 4:14 PM IST

शिमला: प्रदेश सरकार इन्वेस्टर मीट को लेकर काफी गंभीर नजर आ रही है. इंवेस्टर्स मीट को सफल बनाने के लिए सरकार के आला अधिकारियों की तरफ से बैठकों का दौर लगातर जारी है. गुरुवार को भारत के फिल्म निर्माता संघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुलमीत मक्कड़ ने सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के प्रधान सचिव संजय कुंडू से मुलाकात की.

इस अवसर पर उप निदेशक (तकनीकी), सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग ने हिमाचल प्रदेश की फिल्म पॉलिसी की मुख्य विशेषताओं का ब्यौरा दिया. वहीं, कुलमीत मक्कड़ ने मुख्यमंत्री को बॉलीबुड फिल्म निर्माताओं और सिनेमाघर मालिकों से मिलने के लिए मुम्बई आने का निमंत्रण दिया.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश की फिल्म नीति, फिल्म निर्माताओं के साथ चर्चा कर सिनेमाघर मालिकों को राज्य में आधुनिक सिनेमाघर स्थापित करने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं. कुलमीत मक्कड़ ने कहा कि फिल्म निर्माताओं को फिल्म शूटिंग के लिए प्रदेश के अनछुए पर्यटक स्थलों जैसे चांशल, पौंग डैंम, बीड़ बिलिंग व जंजैहली इत्यादि के नाम सुझाए जा सकते हैं.

मक्कड़ ने कहा कि हिमाचल को इसके प्राकृतिक सुंदरता और सुहावने मौसम के चलते हॉलीवुड, नेटफ्लिक्स, अमेजॉन प्राईम और अन्य चैनलों को भी हिमाचल प्रदेश में फिल्म निर्माण के लिए आमंत्रित करना चाहिए. इस बैठक के दौरान कुलमीत ने सुझाव दिया कि सरकार प्रदेश के युवाओं के कौशल विकास के लिए फिल्म से संबंधित संस्थान यहां स्थापित कर सकती है, जिससे युवाओं को फिल्म एवं मनोरंजन जगत में अपना केरियर बनाने का मौका मिलेगा.

बता दें कि इस दौरान संजय कुंडू ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को फिल्म उद्योग का पसंदीदा गंतव्य स्थल बनाने के लिए प्रयासरत है. जिससे प्रदेश में पर्यटन को व्यापक बढ़ावा देने में सहायता मिलेगी. वहीं, राज्य सरकार ने जून, 2019 में नई फिल्म नीति बनाई है. संजय कुंडू ने बताया कि फिल्म उद्योग से सम्पर्क स्थापित करने के लिए सूचना एवं सम्पर्क विभाग के कार्यालय में एक सुविधा केन्द्र जल्द ही स्थापित किया जाएगा.

शिमला: प्रदेश सरकार इन्वेस्टर मीट को लेकर काफी गंभीर नजर आ रही है. इंवेस्टर्स मीट को सफल बनाने के लिए सरकार के आला अधिकारियों की तरफ से बैठकों का दौर लगातर जारी है. गुरुवार को भारत के फिल्म निर्माता संघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुलमीत मक्कड़ ने सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के प्रधान सचिव संजय कुंडू से मुलाकात की.

इस अवसर पर उप निदेशक (तकनीकी), सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग ने हिमाचल प्रदेश की फिल्म पॉलिसी की मुख्य विशेषताओं का ब्यौरा दिया. वहीं, कुलमीत मक्कड़ ने मुख्यमंत्री को बॉलीबुड फिल्म निर्माताओं और सिनेमाघर मालिकों से मिलने के लिए मुम्बई आने का निमंत्रण दिया.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश की फिल्म नीति, फिल्म निर्माताओं के साथ चर्चा कर सिनेमाघर मालिकों को राज्य में आधुनिक सिनेमाघर स्थापित करने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं. कुलमीत मक्कड़ ने कहा कि फिल्म निर्माताओं को फिल्म शूटिंग के लिए प्रदेश के अनछुए पर्यटक स्थलों जैसे चांशल, पौंग डैंम, बीड़ बिलिंग व जंजैहली इत्यादि के नाम सुझाए जा सकते हैं.

मक्कड़ ने कहा कि हिमाचल को इसके प्राकृतिक सुंदरता और सुहावने मौसम के चलते हॉलीवुड, नेटफ्लिक्स, अमेजॉन प्राईम और अन्य चैनलों को भी हिमाचल प्रदेश में फिल्म निर्माण के लिए आमंत्रित करना चाहिए. इस बैठक के दौरान कुलमीत ने सुझाव दिया कि सरकार प्रदेश के युवाओं के कौशल विकास के लिए फिल्म से संबंधित संस्थान यहां स्थापित कर सकती है, जिससे युवाओं को फिल्म एवं मनोरंजन जगत में अपना केरियर बनाने का मौका मिलेगा.

बता दें कि इस दौरान संजय कुंडू ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को फिल्म उद्योग का पसंदीदा गंतव्य स्थल बनाने के लिए प्रयासरत है. जिससे प्रदेश में पर्यटन को व्यापक बढ़ावा देने में सहायता मिलेगी. वहीं, राज्य सरकार ने जून, 2019 में नई फिल्म नीति बनाई है. संजय कुंडू ने बताया कि फिल्म उद्योग से सम्पर्क स्थापित करने के लिए सूचना एवं सम्पर्क विभाग के कार्यालय में एक सुविधा केन्द्र जल्द ही स्थापित किया जाएगा.

Intro:Body:मुख्यमंत्री व सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के प्रधान सचिव संजय कुंडू ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को फिल्म उद्योग का पसंदीदा गंतव्य स्थल बनाने के लिए प्रयासरत है जिससे प्रदेश में पर्यटन को व्यापक बढ़ावा देने में मद्द मिलेगी। कुंडू प्रदेश की फिल्म नीति के सम्बन्ध में बातचीत करने आए भारत के फिल्म निर्माता संघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुलमीत मक्कड़ से चर्चा कर रहे थे।

संजय कुंडू ने कहा कि राज्य सरकार ने जून, 2019 में नई फिल्म नीति बना दी है तथा इसमें प्रदेश के फिल्म निर्माताओं के लिए उनके आकर्षण रखे गए हैं।

इस अवसर पर उप निदेशक (तकनीकी), सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग ने हिमाचल प्रदेश की फिल्म पाॅलिसी की मुख्य विशेषताओं का ब्यौरा दिया। फिल्म उद्योग से सम्पर्क स्थापित करने के लिए सूचना एवं सम्पर्क विभाग के कार्यालय में एक सुविधा केन्द्र जल्द ही स्थापित किया जाएगा जिससे ई-मेल, वेबपेज, सोशल मीडिया द्वारा सम्पर्क किया जा सकेगा।

कुलमीत मक्कड़ ने मुख्यमंत्री को वाॅलीबुड फिल्म निर्माताओं तथा सिनेमाघर मालिकों (पीवीआर, आईनोक्स इत्यादि) से मिलने के लिए मुम्बई आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश की फिल्म नीति, फिल्म निर्माताओं के साथ चर्चा कर सिनेमाघर मालिकों को राज्य में आधुनिक सिनेमाघर स्थापित करने के लिए आमंत्रित करें। इसके अतिरिक्त फिल्म निर्माता राज्य में फिल्मों की शूटिंग के लिए बुलाए जा सकते हंै। फिल्म निर्माताओं को फिल्म शूटिंग हेतु प्रदेश के अनछुए पर्यटक स्थलों जैसे चांशल, पौंग डैंम, बीड़ बिलिंग व जंजैहली इत्यादि के नाम सुझाए जा सकते हैं जो प्रदेश सरकार द्वारा ‘नई राहें नई मंजिलें’ योजना के तहत पर्यटक हब के रूप में विकसित किए जा रहे हैं।

मक्कड़ ने कहा कि हिमाचल को इसके प्राकृतिक सुंदरता और सुहावने मौसम के चलते हाॅलीवुड, नेटफ्लिक्स, अमेजाॅन प्राईम तथा अन्य चैनलों को भी हिमाचल प्रदेश में फिल्म निर्माण के लिए आमंत्रित करना चाहिए।

उन्होंने प्रधान सचिव को बताया कि रमेश सिप्पी तथा सुभाष घई जैसे मशहूर फिल्म निर्माताओं ने मुम्बई में मीडिया तथा मनोरंजन शिक्षा केन्द्र स्थापित किए है जैसे रमेश सिप्पी द्वारा मुम्बई विश्वविद्यालय के सहयोग से रमेश सिप्पी अकेडमी आॅफ सिनेमा एण्ड एंटरटेनमेंट खोला गया है। उन्होंने सुझाव दिया कि हिमाचल सरकार यहां के युवाओं के कौशल विकास के लिए इस तरह के संस्थान यहां स्थापित कर सकती है ताकि युवा फिल्म एवं मनोरंजन जगत में अपना केरियर बना सकें।Conclusion:
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