शिमला: हिमाचल में 70 साल पुरानी सड़क की दशा को सुधारने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. याचिका में कहा गया है कि इस सड़क के जरिए देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (First Prime Minister Jawaharlal Nehru) ने भी यात्रा की है. मौजूदा समय में यह सड़क बागवानों के लिए लाइफ लाइन है, क्योंकि इस ही सड़क (Road) से सेब देश की मंडियों में पहुंचता है.
यह सड़क ऊपरी शिमला के रोहड़ू में है. पूर्व सीएम स्व. वीरभद्र सिंह (Former CM Virbhadra Singh) के पुराने निर्वाचन क्षेत्र रहे रोहड़ू तहसील (Rohru Tehsil) के गणासीधार से सुंगरी सड़क की दशा काफी खराब है. इसकी दशा सुधारने के लिए एक याचिका के जरिए हाईकोर्ट से आग्रह किया गया है. हाईकोर्ट ने भी इस याचिका को सुनवाई के लिए मंजूर करते हुए राज्य सरकार से जवाब तलब किया है.
हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट (Himachal Pradesh High Court) के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रवि कुमार मलिमथ व न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ की खंडपीठ ने इस याचिका की सुनवाई की. अर्पित शर्मा नामक व्यक्ति ने अदालत से आग्रह किया है कि इस सड़क की दशा काफी खराब है, जिसे सुधारने के लिए सरकार को आदेश दिया जाए. याचिका की प्रारंभिक सुनवाई करते हुए खंडपीठ ने राज्य सरकार (State Government) से जवाब मांगा है.
प्रार्थी के अनुसार गणासीधार से सुंगरी सड़क मार्ग लगभग 70 वर्ष पुराना है. प्रदेश सरकार इस सडक मार्ग का रखरखाव करने में विफल रही है. प्रार्थी का कहना था कि यह सड़क स्थानीय बागवानों के लिए लाइफ लाइन है. याचिका की सुनवाई के बाद अदालत ने इस मामले की अगली तारीख चार सप्ताह की दी है.
उल्लेखनीय है कि सेब सीजन सिर पर है और ऊपरी शिमला की सड़कों को लेकर बागवान चिंतित हैं. सेब सीजन (Apple Season) में हजारों वाहन सड़क मार्ग से गुजरते हैं. बरसात के इस समय में भूस्खलन भी बड़ी समस्या है. ऐसे में सड़कों की मरम्मत और चौड़ा होना आवश्यक है.
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