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किन्नौर में बर्फबारी ने घरों में कैद किए लोग, 2 महीने बीतने पर भी प्रशासन बर्फ हटाने में नाकाम

जनजातीय जिला किन्नौर के छितकुल गांव में भारी बर्फबारी ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है. क्षेत्र में 5 फुट बर्फबारी हुई है, जिसके चलते लोगों का घरों से बाहर निकलना दुश्वार हो गया है.

बर्फबारी के कारण बंद सड़क को बहाल करते कर्मी
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Published : Mar 5, 2019, 6:28 PM IST

शिमलाः जनजातीय जिला किन्नौर के छितकुल गांव में भारी बर्फबारी ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है. क्षेत्र में 5 फुट बर्फबारी हुई है, जिसके चलते लोगों का घरों से बाहर निकलना दुश्वार हो गाय है. वहीं सड़कों पर बर्फबारी के कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है.

road close due to snowfall
बर्फबारी के कारण बंद सड़क को बहाल करते कर्मी

छितकुल के पूर्व प्रधान मुकेश नेगी का कहना है कि छितकुल गांव पिछले दो महीनों से बुनियादी सुविधाओं से दूर है, लेकिन प्रशासन सुध नहीं ले रहा है. उन्होंने कहा कि पीड्ब्ल्यूडी की तरफ से एक जेसीबी मशीन छितकुल में भेजी गई है, लेकिन एक मशीन से अभी तक भी बर्फ साफ नहीं हुआ है. छितकुल में अभी भी करीब 5 फुट बर्फ ऐसे ही है, जिससे वाहनों में अभी भी फिसलन हो रही है. जिस कारण लोग वाहनों को छोड़ पैदल ही सफर कर रहे हैं.

छितकुल में भारी बर्फबारी के कारण लोगों को लगभग 4 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है. पूर्व प्रधान ने कहा कि पहले भी 8 फिट तक छितकुल में बर्फबारी होती थी, लेकिन प्रशासन द्वारा इसको महीने भर में खोल दिया जाता था, लेकिन इस बार छितकुल गांव में लगभग 2 महीने हो गए, लेकिन अभी तक बर्फबारी के कारण सड़कें अवरूद्ध हैं.

हालांकि पीड्ब्ल्यूडी भावानगर की तरफ से एक जेसीबी मशीन लगाई गई है, लेकिन मशीन की कार्यप्रणाली ठीक न होने से 2 महीने से सड़कों पर बर्फ ऐसे ही पड़ी हुई है. यहां पर बर्फ हटाने का कार्य कछुआ चाल से चल रहा है. गांववासियों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि छितकुल के ग्रामीण पिछले दो महीनों से परेशान हैं. वहीं बाहर पढा़ई करने वाले बच्चों को बर्फबारी के कारण बाहर निकलना मुश्किल हो गया है.

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बर्फबारी के कारण बंद सड़क को बहाल करते कर्मी

पढा़ई करने वाले बच्चों को पैदल चलकर रकच्छम तक जाना पड़ रहा है, जो कि छितकुल से करीब 10 किलोमीटर पैदल मार्ग है. ऐसे में नालों में ग्लेशियर का खतरा भी बना हुआ है. उन्होंने कहा कि प्रशासन जल्द से जल्द एक और अतिरिक्त मशीन भेजें, ताकि छितकुल गांव के मार्ग को जल्द खोला जा सके.

अधिशाषी अभियंता भावानगर आरएल चौहान का कहना है कि छितकुल गांव में दो जेसीबी भेजी थी, लेकिन एक मशीन में टेक्निकल खराबी आई थी. अभी मशीन ठीक है उस मशीन को छितकुल भी भेजा जाएगा. बाकि छितकुल में बहुत बर्फ है, जिस कारण काम करने में थोड़ी दिक्कत आ रही है. बर्फबारी को साफ करने का कार्य युद्ध स्तर पर चला है, जल्द ही छितकुल संपर्क मार्ग से बर्फ साफ कर खोला जाएगा.

शिमलाः जनजातीय जिला किन्नौर के छितकुल गांव में भारी बर्फबारी ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है. क्षेत्र में 5 फुट बर्फबारी हुई है, जिसके चलते लोगों का घरों से बाहर निकलना दुश्वार हो गाय है. वहीं सड़कों पर बर्फबारी के कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है.

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बर्फबारी के कारण बंद सड़क को बहाल करते कर्मी

छितकुल के पूर्व प्रधान मुकेश नेगी का कहना है कि छितकुल गांव पिछले दो महीनों से बुनियादी सुविधाओं से दूर है, लेकिन प्रशासन सुध नहीं ले रहा है. उन्होंने कहा कि पीड्ब्ल्यूडी की तरफ से एक जेसीबी मशीन छितकुल में भेजी गई है, लेकिन एक मशीन से अभी तक भी बर्फ साफ नहीं हुआ है. छितकुल में अभी भी करीब 5 फुट बर्फ ऐसे ही है, जिससे वाहनों में अभी भी फिसलन हो रही है. जिस कारण लोग वाहनों को छोड़ पैदल ही सफर कर रहे हैं.

छितकुल में भारी बर्फबारी के कारण लोगों को लगभग 4 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है. पूर्व प्रधान ने कहा कि पहले भी 8 फिट तक छितकुल में बर्फबारी होती थी, लेकिन प्रशासन द्वारा इसको महीने भर में खोल दिया जाता था, लेकिन इस बार छितकुल गांव में लगभग 2 महीने हो गए, लेकिन अभी तक बर्फबारी के कारण सड़कें अवरूद्ध हैं.

हालांकि पीड्ब्ल्यूडी भावानगर की तरफ से एक जेसीबी मशीन लगाई गई है, लेकिन मशीन की कार्यप्रणाली ठीक न होने से 2 महीने से सड़कों पर बर्फ ऐसे ही पड़ी हुई है. यहां पर बर्फ हटाने का कार्य कछुआ चाल से चल रहा है. गांववासियों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि छितकुल के ग्रामीण पिछले दो महीनों से परेशान हैं. वहीं बाहर पढा़ई करने वाले बच्चों को बर्फबारी के कारण बाहर निकलना मुश्किल हो गया है.

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बर्फबारी के कारण बंद सड़क को बहाल करते कर्मी

पढा़ई करने वाले बच्चों को पैदल चलकर रकच्छम तक जाना पड़ रहा है, जो कि छितकुल से करीब 10 किलोमीटर पैदल मार्ग है. ऐसे में नालों में ग्लेशियर का खतरा भी बना हुआ है. उन्होंने कहा कि प्रशासन जल्द से जल्द एक और अतिरिक्त मशीन भेजें, ताकि छितकुल गांव के मार्ग को जल्द खोला जा सके.

अधिशाषी अभियंता भावानगर आरएल चौहान का कहना है कि छितकुल गांव में दो जेसीबी भेजी थी, लेकिन एक मशीन में टेक्निकल खराबी आई थी. अभी मशीन ठीक है उस मशीन को छितकुल भी भेजा जाएगा. बाकि छितकुल में बहुत बर्फ है, जिस कारण काम करने में थोड़ी दिक्कत आ रही है. बर्फबारी को साफ करने का कार्य युद्ध स्तर पर चला है, जल्द ही छितकुल संपर्क मार्ग से बर्फ साफ कर खोला जाएगा.

किन्नौर के छितकुल में बर्फबारी ने कैद किए लोग, पांच फीट बर्फबारी, प्रशासन नही ले रहा सुध, 


शिमला। जनजातीय जिला किन्नौर के छितकुल गाँव में भारी बर्फबारी ने लोगो को घरों में कैद करके रख दिया है। क्षेत्र में पांच फुट बर्फबारी हई है जिसके चलते लोगो का घरों से बाहर निकलना दुश्वार हो गया है । सड़को पर बर्फ़बारी के कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित है ,छितकुल के पूर्व प्रधान मुकेश नेगी का कहना है कि छितकुल गाँव पिछले दो महीनों से बुनियादी सुविधाओं से दूर है लेकिन प्रशासन सुध नही के रही, उन्होंने बताया कि पीडब्ल्यूडी की तरफ से एक जेसीबी मशीन छितकुल में भेजा गया है लेकिन एक मशीन से अभी तक भी बर्फ़ साफ नही हुआ है क्यों कि छितकुल में अभी भी करीब 5 फीट बर्फ़ ऐसे ही है बर्फ़बारी से वाहनो में अभी भी फिसलन हो रही है जिसके चलते वाहनों को मस्तरग में ही छोड़कर लोग पैदल सफर कर रहे है लगभग 4 किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है,उन्होंने बताया कि पहले भी 8 फिट तक छितकुल में बर्फ़बारी होती थी लेकिन प्रशासन द्वारा इसको महीने भर तक खोल जाता था,लेकिन इस बार छितकुल गाँव मे लगभग 2 महीने हो गए बर्फ़बारी के बाद अभी भी सड़क अवरूद्ध है,हालांकि पीडब्ल्यूडी भावा नगर की तरफ से एक जेसीबी मशीन लगाई गई है लेकिन मशीन की कार्यप्रणाली ठीक न होने से 2 महीने से सड़कों पर बर्फ ऐसे ही पड़ी हुई है,जेसीबी मशीन को गाँव तक पहुचने को 2 महीने लग गए अभी काम तो कर रहे है लेकिन इनके गाँव मे बर्फ़बार साफ करने की चाल कछुआ गति से लगा है,उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाई है कि छितकुल के ग्रामीण पिछले दो महीनों से परेशान है बाहर पढ़ाई करने वाले बच्चो को बर्फ़बारी के कारण सड़क अवरुद्ध के चलते बाहर निकलना मुश्किल है पैदल चलकर रकच्छम तक जाना पड़ रहा है जो कि छितकुल से करीब 10 किलोमीटर पैदल मार्ग है ऐसे में नालों में गलेशियर का खतरा भी बना हुआ है, उन्होंने कहा कि प्रशासन जल्द से जल्द एक और अतिरिक्त मशीन भेजे ताकि छितकुल गाँव के मार्ग को जल्द खोले।
अधिशाषी अभियंता भावा नगर आरएल चौहान का कहना है कि हमने दो जेसीबी मशीन छितकुल गाँव मे भेजी थी लेकिन एक मशीन में टेक्निकल प्रॉब्लम आई थी,अभी मशीन ठीक है उस मशीन को छितकुल भी भेजा जाएगा,बाकी छितकुल में बहुत बर्फ़ है जिसकारण काम करने में थोड़ी बहुत दिक्कत भी आ रही है बर्फ़बारी को साफ करने कार्य युद्स्तर पर चला है जल्द ही छितकुल सम्पर्क मार्ग को बर्फ साफ कर खोला जाएगा।
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