शिमलाः भारतीय रिजर्व बैंक ने गुरुवार को एटीएम से पैसा निकालने के नियमों में कुछ बदलाव की घोषणा की है. इस घोषणा के तहत अब तय सीमा से ज्यादा कैश विड्रॉल पर अधिक शुल्क चुकाना होगा. साथ ही इंटरचार्ज शुल्क में भी बढ़ोतरी होगी.
आरबीआई की नई गाइडलाइन के अनुसार अब ग्राहक अपने बैंक के एटीएम से हर महीने पांच मुफ्त लेन-देन सुविधा का लाभ ले सकते हैं. इसके बाद ग्राहक को विड्रॉल पर शुल्क भरना होगा. ग्राहक दूसरे बैंक के एटीएम से 3 बार ट्रांसेक्शन कर सकेंगे. मेट्रो शहर के ग्राहकों को बिना शुल्क 3 कैश विड्रॉल की सुविधा मिलेगी, जबकि नॉन-मेट्रो शहर में 5 लेन-देन की अनुमति होगी.
ग्राहक शुल्क में बढ़ोतरी
आरबीआई ने बैंकों को मुफ्त एटीएम लेनदेन सीमा से अधिक शुल्क बढ़ाने की अनुमति दी है. बैंकों को इंटरचेंज शुल्क की भरपाई कर और लागत में सामान्य वृद्धि को देखते हुए ग्राहक शुल्क में बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है. ऐसे में प्रति लेनदेन 21 रुपए तक लिया जा सकता है. यह वृद्धि 1 जनवरी, 2022 से प्रभावी होगी.
नए सर्कुलर के अनुसार एक बैंक ग्राहक को प्रत्येक एटीएम नकद निकासी के लिए तय मुफ्त लेनदेन सीमा की छूट होगी. इससे ज्यादा के लेन-देन पर 21 रुपए का भुगतान करना होगा. अभी यह शुल्क 20 रुपए है. यह नियम अगले साल जनवरी से लागू होगा.
लोगों में दिखी नाराजगी
इस पर शिमला के लोगों ने कहा कि आरबीआई की ओर से शुल्क में बढ़ोतरी करना गलत है. बैंक की ओर से पहले ही तमाम शुल्क लिए जाते हैं, जिन्हें उपभोक्ता सालाना भरता है. अपने ही पैसे निकालने पर अधिक शुल्क देना सरासर गलत है.
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