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लोग पाव में पूछ रहे प्याज के भाव, विदेश से खेप पहुंचने के बाद भी दाम में नहीं आई कमी

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Published : Dec 21, 2019, 12:01 AM IST

Updated : Dec 21, 2019, 7:15 AM IST

विदेशों से प्याज आयात करने के बाद भी राजधानी शिमला की सब्जी मंडी में प्याज120 रुपये से अधिक बिक रहा है.वहीं, राजधानी के उपनगरों में प्याज की कीमत 140 रुपये प्रति किलो बिक रहा है.डिपुओं में सस्ता प्याज उपलब्ध कराने के सरकारी दावे फेल हो गए हैं.

प्याज की बढ़ती कीमत
Onion prices hike

शिमला: विदेशों से आयात के बावजूद भी प्याज के दाम कम होने का नाम नहीं ले रहे. हिमाचल के बाजारों में अफगानिस्तान और तुर्की के प्याज ने दस्तक दे दी है, लेकिन आज भी प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं. राजधानी शिमला की सब्जी मंडी में प्याज120 रुपये से अधिक बिक रहा है.

वहीं, राजधानी के उपनगरों में प्याज की कीमत 140 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. डिपुओं में सस्ता प्याज उपलब्ध कराने के सरकारी दावे फेल हो गए हैं. सरकार ने डिपुओं में 70 रुपये प्रति किलो के हिसाब से प्याज बेचने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक डिपुओं में प्याज की सप्लाई नहीं पहुंच पाई है.

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प्याज की ऊंची कीमत इस कदर डरा रही है कि लोग पाव में प्याज के दाम पूछ रहे हैं. विदेशों से प्याज जरूर आयात कर लिया गया है, लेकिन घटिया क्वालिटी के कारण लोग इसे कम खरीद रहे हैं. ग्राहकों का कहना है कि विदेशी प्याज साइज में बहुत बड़ा है, जिससे इसके खराब होने की अधिक संभावनाएं हैं. प्याज का बड़ा साइज होने के कारण भी इसको एक बार में प्रयोग में लाने के लिए लोगों को परेशानी हो रही है.

कारोबारियों ने मोटे मुनाफे के लिए प्याज की खेप को स्टोर कर दिया है. कालाबाजारी पर शिकंजा कसने की अधिसूचना जारी होने के बाद भी खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अफसर कारोबारियों पर छापेमारी नहीं कर रहे हैं.

शिमला: विदेशों से आयात के बावजूद भी प्याज के दाम कम होने का नाम नहीं ले रहे. हिमाचल के बाजारों में अफगानिस्तान और तुर्की के प्याज ने दस्तक दे दी है, लेकिन आज भी प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं. राजधानी शिमला की सब्जी मंडी में प्याज120 रुपये से अधिक बिक रहा है.

वहीं, राजधानी के उपनगरों में प्याज की कीमत 140 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. डिपुओं में सस्ता प्याज उपलब्ध कराने के सरकारी दावे फेल हो गए हैं. सरकार ने डिपुओं में 70 रुपये प्रति किलो के हिसाब से प्याज बेचने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक डिपुओं में प्याज की सप्लाई नहीं पहुंच पाई है.

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प्याज की ऊंची कीमत इस कदर डरा रही है कि लोग पाव में प्याज के दाम पूछ रहे हैं. विदेशों से प्याज जरूर आयात कर लिया गया है, लेकिन घटिया क्वालिटी के कारण लोग इसे कम खरीद रहे हैं. ग्राहकों का कहना है कि विदेशी प्याज साइज में बहुत बड़ा है, जिससे इसके खराब होने की अधिक संभावनाएं हैं. प्याज का बड़ा साइज होने के कारण भी इसको एक बार में प्रयोग में लाने के लिए लोगों को परेशानी हो रही है.

कारोबारियों ने मोटे मुनाफे के लिए प्याज की खेप को स्टोर कर दिया है. कालाबाजारी पर शिकंजा कसने की अधिसूचना जारी होने के बाद भी खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अफसर कारोबारियों पर छापेमारी नहीं कर रहे हैं.

Intro:लोग पाव में पूछ रहे प्याज के भाव. विदेशी प्याज बाजार में पहुंचने से भी कीमत पर नहीं कोई असर

शिमला. विदेशों से आयात के बावजूद भी प्याज के दाम उतरने का नाम नहीं ले रहे हैं. हिमाचल के बाजारों में अफगानिस्तान और तुर्की के प्याज ने दस्तक दे दी है. लेकिन आज भी प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं. राजधानी शिमला की सब्जी मंडी में प्याज 120 रूपए से उपर बिक रहा है. उपनगरों और अन्य स्थानों पर प्याज 140 रुपए प्रति किलो बिक रहा है.

Body:डिपुओं में सस्ता प्याज उपलब्ध कराने के सरकारी दावे फेल हो गए हैं. सरकार ने डिपुओं में 70 रुपये प्रति किलो के हिसाब से प्याज बेचने का फैसला लिया था. लेकिन अभी तक डिपुओं में प्याज की सप्लाई नहीं पहुंच पाई है. प्याज की उंची कीमत इस कदर डरा रही है कि लोग पाव में प्याज के दाम पूछ रहे हैं. विदेशों से प्याज जरूर आयात कर लिया गया है लेकिन घटिया क्वालिटी के कारण लोग इसे कम खरीद रहे हैं. ग्राहकों का कहना है कि विदेशी प्याज साइज में पहुत बड़ा है इसके खराब होने की बहुत अधिक संभावनाएं हैं बड़ा साइज होने के कारण छिला है जख्मी भी है ऐसे में इतने पैसे देकर कोई खराब प्याज क्यों खरीदे.


Conclusion:कारोबारियों ने मोटे मुनाफे के लिए प्याज की खेप को स्टोर कर दिया है. कालाबाजारी पर शिकंजा कसने की अधिसूचना जारी होने के बाद भी खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अफसर कारोबारियों पर छापामारी नहीं कर रहे हैं.
Last Updated : Dec 21, 2019, 7:15 AM IST
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