शिमला: मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पूर्व की जयराम सरकार ने हिमाचल में बिना किसी बजट और नियमों के ही बड़ी संख्या में संस्थान खोल डाले. नरेश चौहान ने कहा कि अपने कार्यकाल के साढ़े चार साल तक पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने कुछ नहीं किया और आखिर में चुनाव आते देख वोटों की राजनीति करते हुए धड़ाधड़ संस्थान खोल डाले.
कर्ज लेती रही जयराम सरकार: उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने पहले से कर्ज के बोझ में डूबे हिमाचल पर आर्थिक बोझ डालने का काम किया. उन्होंने कहा कि जयराम सरकार ने वित्त विभाग को इन संस्थानों को खोलने के प्रस्ताव भेजे थे, मगर वित्त विभाग ने इनके लिए बजट न होने का हवाला दिया. मगर पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने वित्त विभाग की परवाह किए बगैर चुनाव को ध्यान में रखकर संस्थान खोल डाले. नरेश चौहान ने कहा कि जयराम सरकार पूरी तरह से कर्जे पर चली हुई थी. पूर्व सीएम जयराम ठाकुर हर महीने कर्ज लेते रहे और अंत में जयराम ठाकुर ने जाते-जाते कागजों में ही करीब 2000 करोड़ की घोषणाएं कर डाली, जिनके लिए धन का प्रावधान नहीं था, मगर अधिसूचनाएं जारी कर दीं. राज्य में करीब 900 संस्थान ऐसे खोले गए.
जयराम बताएं कि किस संस्थान के लिए कितना बजट दिया: भाजपा के संस्थानों पर आंदोलन करने पर नरेश चौहान ने सवाल खड़े कहते हुए पूर्व सीएम जयराम ठाकुर को चुनौती दी कि वह बताएं कि किस संस्थान के लिए सरकार ने कितना बजट रखा था. हकीकत यह है कि पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने उप चुनाव में अपनी हार को देखकर आखिरी समय में झूठी घोषणाएं की. उन्होंने कहा कि छह दिन में विपक्ष में रहकर आंदोलन करने का कोई मतलब नहीं है.
जहां जरूरत होगी वहां फिर से खोलेंगे संस्थान: मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकर नरेश चौहान ने कहा कि जिन संस्थानों को डिनोटिफाई किया गया है, उनको रिव्यू किया जाएगा. अगर जनहित में कोई संस्थान फिर से खोलना पड़े तो उनकी सरकार यह करेगी. अभी भी कुछ फैसलों को पलटा नहीं गया है, जिसमें नूरपूर में एसपी का दफ्तर खोलना है.
28 दिसंबर को ओपीएस को लेकर होगी बैठक: नरेश चौहान ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 25 दिसंबर को शिमला लौट आएंगे. मुख्यमंत्री का क्वारंटाइन पीरियड 24 दिसंबर को खत्म हो रहा है, ऐसे में वह रविवार को शिमला आएंगे. नरेश चौहान ने कहा कि शिमला पहुंचने के बाद भी एहतियात के तौर पर तीन दिन वह लोगों से नहीं मिलेंगे. उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि वह अभी कुछ दिन मुख्यमंत्री से मिलने न आएं. नरेश चौहान ने कहा कि शिमला पहुंचने के बाद 28 दिसंबर को मुख्यमंत्री सबसे पहले ओल्ड पेंशन लागू करने को लेकर एनपीएस यानी न्यू पेंशन स्कीम के कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक भी करेंगे. इस बैठक में हिमाचल में ओपीएस लागू करने को लेकर चर्चा की जाएगी.
कांग्रेस 10 गारंटियों को करेगी लागू: नरेश चौहान ने कहा है कि कांग्रेस ने जो गारंटियां जनता को दी हैं, उनको पूरा किया जाएगा. इस दिशा में काम शुरू हो गया है. किसानों की आय बढ़ाने के लिए दस लीटर दूध उनसे खरीदा जाएगा. इसके लिए पशुपालन विभाग को खाका तैयार करने को कहा गया है. नरेश चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री के शिमला लौटने के बाद शीतकालीन विधानसभा सत्र को करवाने की तारीख तय की जाएगी. पहले विधानसभा सत्र होगा और इसके बाद कैबिनेट का विस्तार होगा.
न्यू ईयर के लिए अफसरों को दिए निर्देश: देश में कोरोना का नया वेरिएंट मिलने के बाद हिमाचल में सरकार इसको लेकर सतर्क है. नरेश चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं कि 24 से 31 दिसंबर तक बड़ी संख्या में पर्यटकों आएंगे, इसको देखते हुए अफसरों को पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि पर्यटक हमारे मेहमान हैं, ऐसे में उनका स्वागत है, हालांकि साथ में सैलानियों से भी आग्रह किया है कि वे हिमाचल आने पर मास्क जरूर पहनें और प्रशासन का सहयोग करें. मुख्य सचिव के माध्यम से सभी डीसी और एसपी को इस बारे में निर्देश दिए गए हैं.
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