शिमलाः यस बैंक पर आए आर्थिक संकट का मुद्दा बुधवार को सदन में गूंजा. नेता प्रतिपक्ष ने इस मामले को लेकर सरकार पर जम कर निशाना साधा और कहा कि प्रदेश के कई विभागों के पैसे इस बैंक में जमा करवाए गए हैं.
इस बैंक को प्रोमोट करने के लिए कुछ लोग लगे हुए थे और आज ये बैंक डूब रहा है. जिसमें प्रदेश के कई लोगों के पैसे जमा होने के साथ साथ कई विभागों और कांगड़ा बैंक के साथ-साथ धर्मशाला स्मार्ट सिटी का पैसा भी फंस गया है.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में किसके द्वारा यस बैंक को प्रमोट किया गया और किसके इशारे पर पैसा जमा होता रहा. जब इस निजी बैंक के बारे में पता लगा तो उसके बाद भी सरकार ने इस बैंक में पैसा क्यों रखा. जबकि अन्य लोगों ने पैसा निकाल लिया तो सरकार कहां सोई रही. सरकार को इसको लेकर स्तिथि स्पष्ट करनी चाहिए.
बैंक में धर्मशाला स्मार्ट सिटी का 179 करोड़ रुपये जमा हैं. ऐसे में अब स्मार्ट सिटी का काम कैसे होगा जब पैसे ही नहीं होंगे. मुकेश ने कहा कि प्रदेश के सरकारी विभागों का कितना पैसा यस बैंक में जमा हैं. इसकी जानकारी मुख्यमंत्री सदन में दे. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पता होने के बावजूद ये निजी बैंक है, इस बैंक को प्रमोट करने के लिए सरकारी विभागों का पैसा जमा किया जाता रहा.
ये भी पढ़ेंः 60 साल से किराए के भवन में चल रही है 1 लाख से ज्यादा किताबों वाली हिमाचल की पहली लाइब्रेरी