शिमलाः रेणुका स्कूल बस हादसे में अब विधायक विनय कुमार ने स्थानीय प्रशासन व प्रदेश सरकार को घेरा है. उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि न तो सरकार ने अभी तक स्कूल की मान्यता रद्द की है और न ही कोई बड़ा कदम उठाया है.
विधायक विनय कुमार ने कहा कि सरकार केवल झूठे आश्वासन दे रही है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच रिपोर्ट एसडीएम संगड़ाह ने बहुत पहले पेश कर दी है. इसके अलावा डीसी सिरमौर ने भी स्कूल की मान्यता रद्द करने को कहा है, लेकिन इतना समय बीतने के बाद भी स्कूल की मान्यता रद्द नहीं की गई है.
विधायक विनय कुमार ने कहा कि जब उन्होंने विधानसभा में सरकार से मांग की थी कि अगर सरकार ने मान्यता रद्द की है तो सभा पटल पर रखे. लेकिन सरकार ने इसे नकार दिया और कहा कि 1 अप्रैल 2019 के बाद प्रदेश सरकार इसकी मान्यता रद्द कर देगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की इस बात से लगता है कि निजी स्कूल बसों के इतने हादसों के बाद भी प्रदेश सरकार नहीं जाग रही है. सरकार बस हादसों को लेकर गंभीर नहीं है.
विधायक ने कहा कि रेणुका बस हादसे में दुर्घनाग्रस्त हुई बस पहले से ही खटारा हो चुकी थी. स्कूल बस तकनीकी रूप से सही स्थिति में नहीं थी. उन्होंने स्कूल प्रबंधक पर आरोप लगाते हुए कहा कि ड्राइवर की गरीबी का फायदा उठाकर उसे बस चलाने के लिए मजबूर किया गया. जबकि ड्राइवर ने बस की खराबी के बारे में कई बार स्कूल प्रबंधक को सूचित किया था.
प्रशासन पर सवाल उठाते हुए विनय कुमार ने कहा कि जब आरटीओ ने बस पास करने से मना कर दिया था तो बस किसने पास की. उन्होंने कहा कि अभी तक सरकार ने उस अधिकारी को सजा क्यों नहीं दी, जिसने बस पास की.