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जर्जर हो चुके लेबर हॉस्टलों का रिनोवेशन शुरू, सैकड़ों मजदूरों को मिलेगी राहत

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Published : Jul 5, 2020, 11:56 AM IST

एमसी शिमला इन दिनों शहर के लेबर हॉस्टलों का रिनोवेशन करवा रहा है. जर्जर हो चुके लेबर हॉस्टलों में सैकड़ों मजदूर और सफाई कर्मचारी रहते हैं. जिसके चलते नगर निगम इन कर्मचारियों की सहूलियत के लिए लेबर हॉस्टलों की मरम्मत का काम करवा रहा है.

MC Shimla begins renovation of labor hostels
लेबर हॉस्टलों का रिनोवेशन

शिमला: राजधानी में जर्जर हो चुके लेबर हॉस्टलों का नगर निगम द्वारा मरम्मत कार्य शुरू कर दिया है. शहर के कृष्णा नगर में तीन लेबर हॉस्टल की छतें पूरी तरह से टूट चुकी हैं, जिससे पानी हॉस्टल के अंदर आ रहा है. जिसे लेकर एमसी शिमला की मासिक बैठक में हॉस्टलों की मरम्मत को मंजूरी दी थी.

मरम्मत कार्य को लेकर नगर निगम शिमला के उपमहापौर शैलेंद्र चौहान ने हॉस्टल का दौरा किया. इस दौरान हॉस्टल में रह रहे मजदूरों और सफाईकर्मियों ने बताया कि बरसात के दिनों में हॉस्टल में पानी अंदर घुस जाता है, जिसके चलते उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उपमहापौर ने दौरे के दौरान मरम्म्त के लिए जरूरी सामान पहुंचाने के निर्देश दिए हैं.

वीडियो रिपोर्ट

शैलेंद्र चौहान ने बताया कि तीन हॉस्टल की छतों का मरम्म्त कार्य शुरू किया गया है. आगामी तीन दिनों के भीतर काम पूरा कर लिया जाएगा. निगम की पिछली मासिक बैठक में लेबर हॉस्टल की मरम्मत पर चर्चा हुई थी. इसके बाद मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया गया था. जिसमे छतें टूटी पाई गई थी. शैलेंद्र चौहान ने बताया कि इसके अलावा आगामी दिनों में निगम शहर के सभी लेबर हॉस्टल और रेन बसेरों का निरीक्षण करेगा ताकि बरसात में लोगों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े.

बता दें कि शहर में नगर निगम के तहत बनाए गए लेबर हॉस्टल और रेन बसेरों में शहर में काम करने वाले कामगार और निगम के सफाई कर्मी रहते हैं. बरसात और सर्दी में यहां रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ जाती हैं. भवनों की मरम्मत समय-समय पर न होने से बरसात और बर्फबारी के दौरान कई बार मलबा और पानी घरों के अंदर घुस जाता है.

शिमला: राजधानी में जर्जर हो चुके लेबर हॉस्टलों का नगर निगम द्वारा मरम्मत कार्य शुरू कर दिया है. शहर के कृष्णा नगर में तीन लेबर हॉस्टल की छतें पूरी तरह से टूट चुकी हैं, जिससे पानी हॉस्टल के अंदर आ रहा है. जिसे लेकर एमसी शिमला की मासिक बैठक में हॉस्टलों की मरम्मत को मंजूरी दी थी.

मरम्मत कार्य को लेकर नगर निगम शिमला के उपमहापौर शैलेंद्र चौहान ने हॉस्टल का दौरा किया. इस दौरान हॉस्टल में रह रहे मजदूरों और सफाईकर्मियों ने बताया कि बरसात के दिनों में हॉस्टल में पानी अंदर घुस जाता है, जिसके चलते उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उपमहापौर ने दौरे के दौरान मरम्म्त के लिए जरूरी सामान पहुंचाने के निर्देश दिए हैं.

वीडियो रिपोर्ट

शैलेंद्र चौहान ने बताया कि तीन हॉस्टल की छतों का मरम्म्त कार्य शुरू किया गया है. आगामी तीन दिनों के भीतर काम पूरा कर लिया जाएगा. निगम की पिछली मासिक बैठक में लेबर हॉस्टल की मरम्मत पर चर्चा हुई थी. इसके बाद मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया गया था. जिसमे छतें टूटी पाई गई थी. शैलेंद्र चौहान ने बताया कि इसके अलावा आगामी दिनों में निगम शहर के सभी लेबर हॉस्टल और रेन बसेरों का निरीक्षण करेगा ताकि बरसात में लोगों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े.

बता दें कि शहर में नगर निगम के तहत बनाए गए लेबर हॉस्टल और रेन बसेरों में शहर में काम करने वाले कामगार और निगम के सफाई कर्मी रहते हैं. बरसात और सर्दी में यहां रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ जाती हैं. भवनों की मरम्मत समय-समय पर न होने से बरसात और बर्फबारी के दौरान कई बार मलबा और पानी घरों के अंदर घुस जाता है.

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