शिमला: शहर में कूड़ा शुल्क न देने वालों के खिलाफ नगर निगर सख्त हो गया है. डिफॉल्टर्स के बिजली-पानी के कनेक्शन काटने के निर्देश नगर निगम ने जारी कर दिए हैं. मेयर कुसुम सदरेट ने बताया कि शहर में कुछ मकान मालिकों ने पिछले एक साल से कूड़ा शुल्क नहीं दिया है. नगर निगम ने ऐसे लोगों को कई बार शुल्क जमा करवाने का नोटिस जारी किया था, लेकिन उन्होंने कुड़ा शूल्क अभी तक जमा नहीं करवाया है.
शहर में एक हजार के करीब कूड़ा शुल्क न देने वाले भवन मालिक हैं. हालांकि पहली सूची में 284 भवन मालिक शामिल हैं, जिसमें 30 डिफाल्टर्स के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए गए हैं.सबसे ज्याद डिफॉल्टर्स शिमला के लोअर बाजार में हैं, जिन्होंने बीते एक साल से कोई शुल्क नहीं दिया है. मेयर कुसुम सदरेट का कहना है कि शहर में सफाई व्यव्स्था को सुचारू रखने के लिए नगर निगम ने सफाई कर्मचारी नियुक्त किए हैं. सफाई कर्मचारियों का वेतन लोगों के कूड़ा शुल्क से निकाला जाता है. ऐसे में नगर निगम को मजबूर होकर डिफॉल्टर्स के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ रही है.
शहर में कूड़ा शुल्क न देने वालों में घरेलू उपभोक्ता, दुकानदार, स्कूल और कई सरकारी दफ्तर शामिल हैं. नगर निगम महापौर कुसुम सदरेट ने कहा कि शहर में नगर निगम लोगों को घर द्वार सुविधा दे रहा है, लेकिन लोग शुल्क नहीं दे रहे. ऐसे में डिफॉल्टर्स के बिजली-पानी कनेक्शन काटने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं.