शिमला: पॉइंट ऑफ आर्डर के तहत सदन में बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के एक मंत्री लंबे समय से सदन में नहीं आए और 2 तारीख से संक्रमित पाए गए हैं. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कोरोना में अधिकतम आइसोलेशन का समय 14 दिन का होता है, लेकिन फिर बाद में सूचना मिली की उनकी रिपोर्ट अभी भी ठीक नहीं है. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा अगर मंत्री ही 14 दिन में ठीक नहीं हो पा रहे हैं तो आम आदमी की क्या स्थिति होगी. उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री इस बारे में अपना वक्तव्य सदन में रखें.
मुकेश अग्निहोत्री की इस बात का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी आज सुबह ही ठाकुर महेंद्र सिंह से बात हुई है. सीएम ने कहा कि मेरी डॉक्टर से इस विषय पर चर्चा हुई तब डॉक्टर कहा कि शुरू में उनको कोरोना के लक्षण थे, इसलिए उनको अस्पताल में भर्ती किया गया.
इसके बात 7 दिन बीत जाने के बाद उनका फिर से टेस्ट किया गया और वह फिर से पॉजिटिव आया. जिसके दूसरे दिन महेंद्र सिंह ने कहा वह घर जाना चाहते हैं और वह आइसोलेशन में अपने घर चले गए. उस समय उन्होने अस्पताल प्रबंधन की कोई शिकायत नहीं की. इसके बाद फिर से उनका टेस्ट किया गया और यह रिपोर्ट तकनीकी रूप से ठीक नहीं आई. वर्तमान में महेंद्र सिंह का स्वास्थ्य ठीक हैं और उन्हें कोई लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं.
सीएम ने कहा कि आईसीएमआर के निर्देशों के अनुसार भी अगर व्यक्ति में कोई कोरोना लक्षण नहीं है तो 10 दिन बाद घर में आइसोलेशन पर भेजा जा सकता है. मुख्यमंत्री ने कहा महेंद्र सिंह ठाकुर स्वास्थ हैं और 14 दिन का आइसोलेशन पूरा होने के बाद फिर से उनके स्वास्थ्य के अनुसार आगे का निर्णय लिया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए प्रदेश सरकार तेजी से निर्णय कर रही है. परिस्थियों के अनुसार ही स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज कैबिनेट की बैठक में भी प्रदेश में स्वास्थ्य कर्मियों की स्थिति और मरीजों की मिलने वाली सुविधा पर विचार किया जाएगा.