शिमला: नारकंडा में हुई किसान संघर्ष समिति की बैठक में निर्णय लिया गया है कि 22 अप्रैल को 'किसान संघर्ष समिति' एपीएमसी शिमला में धरना प्रदर्शन करेगी. ये प्रदर्शन आढ़तियों द्वारा सेब उत्पादकों को उनके सेब की बिक्री का पैसा समय पर नहीं मिलने पर एपीएमसी के नकारात्मक रवैये के विरोध में किया जाएगा.
बता दें कि आगामी दिनों में किसान संघर्ष समिति प्रत्येक ब्लॉक व तहसील स्तर पर किसान संघर्ष समिति की बैठक कर गठन करेगी. 24 मार्च को कोटखाई में बैठक का आयोजन किया जाएगा. इसके बाद 2 अप्रैल को ठियोग, 3 अप्रैल ननखड़ी, 7 अप्रैल को जुब्बल, 8 अप्रैल को टिक्कर, 9 अप्रैल को रोहड़ू, 10 अप्रैल को नारकंडा, 12 अप्रैल को रामपुर, 15 अप्रैल को आनी व 18 अप्रैल को निरमंड में किसान बागवानों की बैठक का आयोजन किया जाएगा.
किसानों का करोड़ों रुपये और एपीएमसी के नकारात्मक रवैये की वजह से किसानों व बागवानों में कड़ा रोष है. इसी वजह से सेब उत्पादकों व किसान संगठन द्वारा किसान संघर्ष समिति का गठन किया गया. आढ़तियों द्वारा की गई हेरा-फेरी के विरोध में किसान संघर्ष समिति ने एफआईआर दर्ज करवाई.
हिमाचल विधानसभा में किसान नेता व ठियोग से सीपीएम विधायक राकेश सिंघा ने इस मामले के उठाया था, जिससे कुछ बागवानों को हाल ही में करीब 16 लाख की अदायगी की गई, जबकि उनकी कुल रकम 24 लाख के करीब है.