शिमला:राजधानी के डीडीयू अस्पताल में कोरोना संक्रमित महिला के आत्महत्या करने के मामले में जांच पूरी हो गयी है. प्रशासन ने जांच रिपार्ट सरकार को सौंप दी है. 27 पन्नों की इस जांच रिपोर्ट में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही सामने आई है. इसके अलावा जांच अधिकारी की ओर से मामले में कुछ सुझाव भी दिए हैं.
जांच अधिकारी ने इस मामले में मृतक महिला के परिजनों के अलावा डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों के भी बयान दर्ज किए गए हैं. बयानों और अस्पताल से लिए गए मामले से जुड़े दस्तावेजों के आधार पर जांच रिपोर्ट तैयार की गई है. इस मामले में ज्यादातर जिन लोगों के ब्यान दर्ज हुए हैं, वे क्वारंटीन थे. ऐसे में जांच अधिकारी ने पीपीई किट पहनकर उनके बयान दर्ज किए.
मंगलवार को शिमला डीसी अमित कश्यप ने मामले की जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है. रिपोर्ट के आधार पर ही राज्य सरकार मामले में फैसला लेगी और आने वाले दिनों में सरकार के फैसले का पता चल पाएगा.
बता दें कि 23 सिंतबर की रात को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव महिला ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी. मामले में दो सप्ताह बाद जांच शुरू की गई. फिलहाल जांच रिपोर्ट में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही सामने आई है और कई लोगों के ब्यान भी दर्ज किए गए हैं. साथ ही महिला के परिजनों ने भी अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि अस्पताल में उनका ध्यान नहीं रखा गया, जिससे परेशान हो कर उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया.
ये भी पढ़ें- DDU में महिला सुसाइड मामले पर राज्य महिला आयोग ने लिया संज्ञान, SP से तलब की रिपोर्ट
ये भी पढ़ें- डीडीयू आत्महत्या मामला: पूर्व एमएस के तबादले के विरोध में उतरा डीडीयू कर्मचारी संघ