रामपुर: शिमला जिले के रामपुर में अंतरराष्ट्रीय लवी मेले में दूर-दूर से व्यापारी अपना सामान बेचने आए हैं. यह मेला 1 महीने तक चलता है. व्यापारियों द्वारा मेले मैदान में स्टॉल लगाए गए हैं. लवी मेले में सामान खरीदने आए लोगों की भीड़ उमड़ रही है. किन्नौर के व्यापारी भी लवी मेले में सामान बेचने के लिए पहुंचे हुए हैं. इस बार किन्नौरी मार्केट में सूखे मेवों का जमकर व्यापार हो रहा है. जिससे ड्राई फ्रूट के दामों में काफी उछाल देखने को मिला है.
ड्राई फ्रूट्स की कीमतें: लोगों भी बड़ी संख्या में लवी मेले में लगी किन्नौरी मार्केट में ड्राई फ्रूट की खरीदारी के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन ड्राई फ्रूट्स की कीमतें भी काफी ज्यादा है. वहीं, इस बार पारंपरिक उत्पादों और ड्राई फ्रूट्स की पैदावार कम होने के चलते भी इनकी कीमतों में काफी इजाफा हो रहा है. चिलगोजे ने पिछले साल के रिकार्ड तोड़ दिए हैं. चिलगोजा इस बार 2400 प्रति किलो बिक रहा है. जबकि बादाम 1 हजार से लेकर ₹1400 प्रति किलो, खुबानी 300 से ₹500 प्रति किलो, अखरोट 400 से ₹500 प्रति किलो, चूली का तेल 1200 से ₹1500 प्रति लीटर, राजमा ₹400 प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है. लवी मेले में सूखे मेवे आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं, क्योंकि ये ड्राई फ्रूट्स ऑर्गेनिक होते हैं.
कम खरीदारी कर रहे लोग: किन्नौर के पवारी से आए एक व्यापारी ने बताया कि इस बार चिलगोजा 2400 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है. इस बार इसकी पैदावार काफी कम हुई है. ये ही कारण है कि इसकी कीमत इस बार इतनी ज्यादा है. वहीं, एक अन्य व्यापारी ने बताया कि वो किन्नौर से यहां पर ड्राई फ्रूट्स को बेचने आए हैं, लेकिन अभी तक लोग इसकी कम ही खरीदारी कर रहे हैं.
भाजपा नेता की व्यापारियों से अपील: इस दौरान भाजपा के युवा नेता कौल सिंह नेगी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय लवी मेला रामपुर का ऐतिहासिक और व्यापारिक मेला है. यहां पर लोग दूर-दूर से लोग खरीदारी करने के लिए पहुंचते हैं. उन्होंने व्यापारियों से आग्रह किया है कि वह अपने सामान का जायज रेट रखें, ताकि दुकानदार और खरीददार दोनों का फायदा हो. इसके साथ ही आने वाले समय में लोगों का भी अंतरराष्ट्रीय लवी मेले में रूझान व उत्साह बना रहे.
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