शिमलाः हिमाचल प्रदेश औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड के निदेशक मण्डल की 272वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने अधिकारियों को निगम की गतिविधियों में विविधता लाने के निर्देश दिए, ताकि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में निगम की कार्यशाली में गुणवत्ता व दक्षता लाई जा सके. उन्होंने निगम को टेंडर प्रक्रिया सीपीडब्ल्यूडी के मैनुअल के अनुरूप अपनाने को भी कहा.
बैठक की अध्यक्षता करते हुए बिक्रम सिंह ने कहा कि एचपीएसआईडीसी के इंजीनियर विंग को और मजबूत बनाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि वह अन्य राज्यों में स्थित निगम की परिसम्पतियों का सदुपयोग करने के लिए बृहद रणनीति तैयार करें. अधिकारियों को निर्देश देते हुए उद्योग मंत्री ने निगम के विपणन विंग को सशक्त करने को भी कहा. उन्होंने कहा कि विपणन के लिए नई क्रियाविधि विकसित की जानी चाहिए और उपभोक्ताओं की जरूरत के अनुसार प्रभावी तरीके से कार्य सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
प्रो. राम कुमार ने ऊना में लैंड बैंक विकसित करने और निगम की गतिविधियों में नवाचार लाने के लिए विभिन्न सुझाव दिए. अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग राम सुभग सिंह ने निगम की ओर से निर्माणाधीन परियोजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र पूर्ण करने की आवश्यकता पर बल दिया. बैठक में निगम के अधिकारियों ने बताया कि वित्त वर्ष 2020-2021 में औद्योगिक विकास निगम का अनुमानित लाभ 7.48 करोड़ रुपए होने की संभावना है. वित्त वर्ष 2021-22 में निगम का अनुमानित लाभ 10 से 12 करोड़ और वार्षिक टर्नओवर लगभग 100 करोड़ रुपए होने का अनुमान है.
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