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Sex Change in Himachal: लिंग परिवर्तन मामले में फंसा पेंच, IGMC ने प्रार्थी को नहीं दी अनूमति, जानिए वजह

प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी (Case of Sex change in IGMC shimla) में लिंग परिवर्तन के लिए आए प्रमाणपत्र जारी करने के मामले में पेंच फंस (Sex Change in Himachal) गया है. प्रार्थी का आरोप है कि उसे प्रशासन की ओर से प्रमाणपत्र जारी नहीं किया जा रहा है. हालांकि प्रशासन का कहना है कि बिना टेस्ट के प्रमाणपत्र जारी नहीं किया जा सकता है. वहीं प्रार्थी का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के मुताबिक ये प्रमाणपत्र लेना उसका अधिकार है. वहीं प्रशासन का तर्क है कि आवेदक को पहले टेस्ट करवाने होंगे, यदि टेस्ट में दावा सहीं पाया जाता है, उसके बाद ही प्रमाणपत्र जारी किया जा सकता है.

Sex Change in Himachal
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Published : Jun 30, 2022, 8:18 AM IST

Updated : Jun 30, 2022, 10:58 AM IST

शिमला: प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी (Case of Sex change in IGMC shimla) में लिंग परिवर्तन के लिए आए प्रमाणपत्र जारी करने के मामले में पेंच फंस (Sex Change in Himachal) गया है. प्रार्थी का आरोप है कि उसे प्रशासन की ओर से प्रमाणपत्र जारी नहीं किया जा रहा है. हालांकि प्रशासन का कहना है कि बिना टेस्ट के प्रमाणपत्र जारी नहीं किया जा सकता है. वहीं प्रार्थी का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के मुताबिक ये प्रमाणपत्र लेना उसका अधिकार है. वहीं प्रशासन का तर्क है कि आवेदक को पहले टेस्ट करवाने होंगे, यदि टेस्ट में दावा सहीं पाया जाता है, उसके बाद ही प्रमाणपत्र जारी किया जा सकता है.

आवेदक मेल ट्रांसजेंडर का प्रमाणपत्र मांग रहा है, लेकिन अस्पताल प्रशासन बिना टेस्ट के ट्रांसजेंडर होने तक का प्रमाणपत्र नहीं दे सकता है. बता दें कि ऊना के रहने वाले युवक ने लिंग परिवर्तन के लिए प्रमाणपत्र की मांग की थी. ऊना जिला के रहने वाले युवा ने इसके लिए आवेदन किया था. इसकी मंजूरी अस्पताल से मिलने के बाद ही राज्य के इस युवक का लिंग परिवर्तन का प्रोसेस शुरू हो सकेगा. हालांकि हिमाचल में ये तकनीक नहीं हैं न ही राज्य के किसी अन्य अस्पताल में ये किया जाता रहा है. इच्छुक युवक को राज्य से बाहर ही किसी अन्य राज्य में इसे करवाना होगा, लेकिन नियमों के तहत राज्य के अस्पताल से भी पहले इसकी मंजूरी अनिवार्य है.

हिमाचल में इस तरह का पहला मामला: राज्य में ये अपनी तरह का पहला मामला होगा (Sex Change in Himachal) जब किसी ने लिंग परिवर्तन के लिए अनुमति मांगी (Case of Sex change in Himachal) हो. पड़ोसी राज्य से सटे जिला के एक युवक ने इसके लिए आवेदन किया है. अस्पताल प्रशासन ने आवेदन की कानूनी छंटनी के साथ अन्य पहलुओं पर भी काम शुरू कर दिया है. सभी प्रक्रिया पूरी होते ही इन्हें प्रमाणपत्र जारी कर दिया जाएगा. आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज ने कहा कि बिना टेस्ट के प्रमाणपत्र नहीं दिया जा सकता है. ऐसे में पहले युवक को टेस्ट करवाना होगा.

क्या कहते हैं नियम: नियमों के तहत युवक को पहले अस्पताल में सभी टेस्ट करवाने होंगे. इसमें डाक्टर पहले ये तय करेंगे कि आवेदक ट्रांसजेंडर हैं या सामान्य युवक. इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही मेल या फीमेल ट्रांसजेंडर का सर्टिफिकेट दिया जा सकेगा. इस सर्टिफिकेट के बाद ही आवेदक सभी कानूनी औपचारिकताएं उस अस्पताल के साथ पूरा करेगा. जहां लिंग परिवर्तन के लिए प्रक्रिया अमल में लाई जानी है.

शिमला: प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी (Case of Sex change in IGMC shimla) में लिंग परिवर्तन के लिए आए प्रमाणपत्र जारी करने के मामले में पेंच फंस (Sex Change in Himachal) गया है. प्रार्थी का आरोप है कि उसे प्रशासन की ओर से प्रमाणपत्र जारी नहीं किया जा रहा है. हालांकि प्रशासन का कहना है कि बिना टेस्ट के प्रमाणपत्र जारी नहीं किया जा सकता है. वहीं प्रार्थी का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के मुताबिक ये प्रमाणपत्र लेना उसका अधिकार है. वहीं प्रशासन का तर्क है कि आवेदक को पहले टेस्ट करवाने होंगे, यदि टेस्ट में दावा सहीं पाया जाता है, उसके बाद ही प्रमाणपत्र जारी किया जा सकता है.

आवेदक मेल ट्रांसजेंडर का प्रमाणपत्र मांग रहा है, लेकिन अस्पताल प्रशासन बिना टेस्ट के ट्रांसजेंडर होने तक का प्रमाणपत्र नहीं दे सकता है. बता दें कि ऊना के रहने वाले युवक ने लिंग परिवर्तन के लिए प्रमाणपत्र की मांग की थी. ऊना जिला के रहने वाले युवा ने इसके लिए आवेदन किया था. इसकी मंजूरी अस्पताल से मिलने के बाद ही राज्य के इस युवक का लिंग परिवर्तन का प्रोसेस शुरू हो सकेगा. हालांकि हिमाचल में ये तकनीक नहीं हैं न ही राज्य के किसी अन्य अस्पताल में ये किया जाता रहा है. इच्छुक युवक को राज्य से बाहर ही किसी अन्य राज्य में इसे करवाना होगा, लेकिन नियमों के तहत राज्य के अस्पताल से भी पहले इसकी मंजूरी अनिवार्य है.

हिमाचल में इस तरह का पहला मामला: राज्य में ये अपनी तरह का पहला मामला होगा (Sex Change in Himachal) जब किसी ने लिंग परिवर्तन के लिए अनुमति मांगी (Case of Sex change in Himachal) हो. पड़ोसी राज्य से सटे जिला के एक युवक ने इसके लिए आवेदन किया है. अस्पताल प्रशासन ने आवेदन की कानूनी छंटनी के साथ अन्य पहलुओं पर भी काम शुरू कर दिया है. सभी प्रक्रिया पूरी होते ही इन्हें प्रमाणपत्र जारी कर दिया जाएगा. आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज ने कहा कि बिना टेस्ट के प्रमाणपत्र नहीं दिया जा सकता है. ऐसे में पहले युवक को टेस्ट करवाना होगा.

क्या कहते हैं नियम: नियमों के तहत युवक को पहले अस्पताल में सभी टेस्ट करवाने होंगे. इसमें डाक्टर पहले ये तय करेंगे कि आवेदक ट्रांसजेंडर हैं या सामान्य युवक. इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही मेल या फीमेल ट्रांसजेंडर का सर्टिफिकेट दिया जा सकेगा. इस सर्टिफिकेट के बाद ही आवेदक सभी कानूनी औपचारिकताएं उस अस्पताल के साथ पूरा करेगा. जहां लिंग परिवर्तन के लिए प्रक्रिया अमल में लाई जानी है.

Last Updated : Jun 30, 2022, 10:58 AM IST
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