शिमला: बजट की कमी से तंगहाली से जूझ रहे हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की मुश्किलें ओर बढ़ गई हैं. दरअसल, इक्डोल के नोयडा स्थित भवन को एचपीयू लीज या फिर कियाए पर देने की तैयारी कर रहा था उसी भवन के लिए एनबीसीसी ने एचपीयू से 20 करोड़ की मांग की है. कॉर्पोरेशन ने ये मांग एचपीयू इक्डोल के नोयडा सेंटर को एचपीयू के अधीन करने को लेकर की है.
बता दें कि एचपीयू ने नोयडा में इस सेंटर का निर्माण एनबीसीसी के साथ मिलकर किया था औरअभी येसेंटर पूरी तरह से एचपीयू के अधीन भी नहीं है.इसी को देखते हुए एनबीसीसी ने इस सेंटर को एचपीयू को देने के लिए 20 करोड़ की मांग की है. जिसके चलते अब तंगहाली के दौर से गुजर रहे एचपीयू को इतनी बड़ी कीमत चुकाने के बाद ही नोयडा सेंटर मिल पाएगा.
एचपीयू ने इस केंद्र का निर्माण इक्डोल में शिक्षा ग्रहण कर रहे बाहरी राज्यों के छात्रों के लिए परीक्षा और स्टडी मटीरियल देने के लिए किया था, लेकिन यूजीसी के निर्देशों के बाद येसेंटर एचपीयू को बंद करना पड़ा था. एचपीयू का येइक्डोल का नोयडा स्थित सेंटर बीते 3 सालों से बंद पड़ा है और एचपीयू हर साल इस बंद पड़ेसेंटर पर ही लाखों खर्च कर रहा है.विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने दूरवर्ती शिक्षा अध्ययन केंद्रों के राज्य से बाहर चल रहे सेंटर को बंद करने के निर्देश जारी किए थे, जिस कारण येसेंटर बंदपड़ा हुआ है. बंद पड़े सेंटर के भवन के रखरखाव और सुरक्षा के लिए एचपीयू हर साल 40 लाख के करीब खर्च कर रहा है.इस खर्च को खत्म करने औरओर आमदनी कमाने को लेकर एचपीयू इस भवन को लीज या फिर कियाए पर देने की योजना पर काम कर रहा है. यहां तक कि प्रदेश शिक्षा विभाग ने एचपीयू के इस नोयडा स्थित सेंटर को कियाए पर लेने के लिए प्रस्ताव भी भेजा है, जिसके लिए एचपीयू ने मंजूरी भी दे दी थी. अब इस प्रस्ताव कोकैबिनेट में ही अंतिम मंजूरी के लिए रखा जाना था, लेकिन उससे पहले ही एनबीसीसी ने एचपीयू को 20 करोड़ का झटका दे दिया. फिलहाल, अब एचपीयू इस भवन के लिए विकल्प तलाश रहा है.