शिमला: हिमाचल विधानसभा के मॉनसून सत्र में एक नई परंपरा देखने को मिली. हिमाचल विधानसभा में चालू सत्र के दौरान राष्ट्रीय नेता (अरुण जेटली) के निधन पर पहली बार सत्ता पक्ष और विपक्ष की सहमति से सदन को स्थगित किया गया. दोनों पक्षों की सहमति के बाद विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने शोक उद्गार के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.
बता दें कि इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था. परंपरा यही थी कि विधानसभा के सिटिंग सदस्यों के निधन पर ही शोक उद्गार व्यक्त किए जाते थे. सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन शोक उद्गार व्यक्त किए. साथ ही अध्यक्ष से आग्रह किया कि दुख की इस घड़ी में देश के कद्दावर नेता को श्रद्धांजलि स्वरूप सदन को स्थगित किया जाए. वहीं, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया.
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि अगर देश के किसी महान नेता का निधन होता है और उस दौरान विधानसभा सत्र चल रहा हो तो आपसी सहमति से शोक उद्गार व्यक्त किए जा सकते हैं. साथ ही सदन की कार्यवाही भी स्थगित की जा सकती है.
इसके अलावा सदन में सभी ने अरुण जेटली के राजनीतिक क्षेत्र में दिए गए योगदान को सराहा. सदन में जेटली की स्मृति में मौन रखने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही स्थगित कर दी.