शिमलाः जिले में पिछले 2 दिन से हो रही बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि ने किसान और बागवानों की कमर तोड़ दी है. खास कर सेब की फसल को काफी नुकसान हुआ है. सेब के पेड़ों से फूल पूरी तरह से झड़ गए हैं. वहीं, कांग्रेस ने प्रदेश सरकार से नुकसान का आंकलन कर किसानों बागवानों को मुआवजा देने की मांग की है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर की सरकार से मांग
हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने सरकार से प्रदेश में लंबे समय तक रहे सूखे से हुए किसानों के नुकसान और अब हो रही ओलावृष्टि से नकदी फसलों गेहूं के साथ-साथ सेब और अन्य फलों को हो रहे नुकसान का आकलन करने और किसानों, बागवानों को इसकी भरपाई करने का आग्रह किया है.
ओलावृष्टि से सेब की फसल को व्यापक नुकसान
कुलदीप राठौर ने कहा कि शिमला के सेब बाहुल क्षेत्रों में इस ओलावृष्टि से सेब की फसल को व्यापक नुकसान हुआ है. इस समय सेब की फ्लावरिंग हुई थी जो इस ओलावृष्टि नष्ट हो गई है. इस ओलावृष्टि से आने वाली सेब की फसल को भारी नुकसान हुआ है. बागवानों की पूरे साल की आर्थिकी इसी फसल पर निर्भर रहती है.
कुलदीप राठौर ने की सरकार से ये मांग
कुलदीप राठौर ने सरकार से मांग की है कि वह अपने सभी राजस्व अधिकारियों को प्रदेश में सूखे और ओलावृष्टि से हुए इस नुकसान का आकलन करने के तुरंत निर्देश जारी करें.
ओलावृष्टि से बागवानों की उम्मीदों पर फिरा पानी
बता दें कि शिमला सहित प्रदेश भर में बीते 3 दिनों से जमकर बारिश ओलावृष्टि और ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है. शुक्रवार को भी शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी के साथ ओलावृष्टि भी हुई जिससे खासकर सेब की फसलों को खासा नुकसान हुआ है. सेब के पेड़ों से फूल झड़ गए हैं. ऐसे में मौसम ने बागवानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. बागवानों को इस बार अच्छे सेब होने की उम्मीद थी लेकिन ओलावृष्टि ने बागवानों की कमर तोड़ दी है.
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