शिमला: हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट में अवकाश के दौरान भी न्याय मिलता रहेगा. यानी अवकाश की अवधि में भी न्यायाधीश जरूरी मामलों की सुनवाई करेंगे. इस संदर्भ में हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एमएस रामचंद्र राव की तरफ से अधिसूचना जारी की गई है. हाई कोर्ट के तीन न्यायाधीश अलग-अलग समय अवधि में लिस्टिड केस सुनेंगे. जिन न्यायाधीशों के जिम्मे ये काम सौंपा गया है, उनमें न्यायमूर्ति बिपिन चंद्र नेगी, न्यायमूर्ति राकेश कैंथला व न्यायमूर्ति रंजन शर्मा का नाम शामिल है.
इस दिन होगी सुनवाई: जारी की गई अधिसूचना के अनुसार 15 जनवरी से 21 जनवरी के सप्ताह में न्यायमूर्ति बिपिन चंद्र नेगी लिस्टिड मामलों की सुनवाई करेंगे. फिर वे 22 जनवरी से 28 जनवरी की अवधि में लिस्ट हुए मामलों को सुनेंगे. इसके बाद न्यायमूर्ति राकेश कैंथला सुनवाई करेंगे. न्यायमूर्ति राकेश कैंथला 29 जनवरी 2024 से 4 फरवरी के बीच अदालत लगाएंगे. उसके बाद न्यायमूर्ति राकेश कैंथला 5 फरवरी से 11 फरवरी की अवधि में उनके समक्ष लाए गए मामलों की सुनवाई करेंगे.
सिर्फ जरूरी मामलों की सुनवाई: इसके अलावा न्यायमूर्ति रंजन शर्मा 12 फरवरी से 18 फरवरी के बीच केस सुनेंगे. फिर न्यायमूर्ति रंजन शर्मा 19 फरवरी से 25 फरवरी के बीच की अवधि में मामलों की सुनवाई करेंगे. वेकेशन बेंच के विभिन्न न्यायाधीश केवल बहुत जरूरी मामलों की सुनवाई करेंगे. यदि हिमाचल हाई कोर्ट के समक्ष कोई ऐसा मामला आता है, जिसकी तुरंत सुनवाई जरूरी हो तो संबंधित अवधि में तय न्यायमूर्ति उस केस को अपने चेंबर अथवा सरकारी आवास पर भी सुन सकेंगे.
हिमाचल हाई कोर्ट का विंटर वेकेशन: उल्लेखनीय है कि सर्दियों में हिमाचल हाई कोर्ट में अवकाश के दौरान मुख्य न्यायाधीश वेकेशन बेंच का गठन करते हैं और उस बेंच के न्यायाधीश तय समय अवधि में जरूरी मामलों की सुनवाई करते हैं. अवकाश के दौरान कोई जरूरी केस पेंडिंग न हो, इसके लिए वेकेशन बेंच का गठन किया जाता है. हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट में 15 जनवरी से 24 फरवरी तक विंटर वेकेशन का समय रहेगा.
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