शिमला/चंडीगढ़: लॉकडाउन की वजह से दूरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों और छात्रों को अब गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के बाद प्रदेश सरकारों ने अपने राज्य लाना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में चंडीगढ़ में फंसे हिमाचल प्रदेश के लोगों को भी हिमाचल सरकार ने निकालने के लिए फाइनल योजना तैयार कर ली है.
इस योजना को तीन चरणों में पूरा किया जाएगा. पहला चरण का प्लान 3 मई यानी कल, दूसरा 4 मई और तीसरा 5 मई को रहेगा. जिसके तहत प्रदेश के 12 जिलों को तीन हिस्सों में बांटा गया है. प्लान के मुताबिक एक चरण में कुछ ही जिलों के लोगों को उनके घर पहुंचाया जाएगा.
हिमाचल सरकार के प्लान के मुताबिक 3 मई को कांगड़ा, चंबा, ऊना और हमीरपुर के लोगों को चंडीगढ़ से निकाला जाएगा. इस काम के लिए सरकार ने संबंधित जिलों के डिपो से बसों का इंतजाम किया है. जो कल सुबह 6 बजे से चंडीगढ़ आकर इन लोगों को ले जाएगी. इसके लिए हिमाचल रोडवेज की करीब 50 बसें हिमाचल भवन आएंगी. जहां से इन 4 जिलों के करीब 800 से 900 लोगों को यहां से निकाला जाएगा. जिन्होंने पहले से ही रजिस्ट्रेशन करवाया है.
इस काम के लिए चंडीगढ़ प्रशासन भी हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ सहयोग करेगा. चंडीगढ़ प्रशासन ने भी किसी तरीके की कोई अव्यवस्था ना हो इसके लिए व्यापक इंतजाम किए हैं. वही हिमाचल प्रदेश सरकार भी लगातार इसको लेकर नजर बनाए हुए हैं. हिमाचल भवन में इस काम के लिए अधिकारी तैनात किए गए हैं, साथ ही हिमाचल पुलिस भी मौके पर मौजूद रहेगी.
यहां आने वालों का पहले मेडिकल चेकअप यानी प्रॉपर स्क्रिनिंग की जाएगी. इस काम के लिए हिमाचल भवन में मेडिकल टीम भी तैनात रहेगी. जिसके बाद उन्हें बसों से सीधा उनके गृह जिले भेजा जाएगा.
इसके बाद बिलासपुर, मंडी, कुल्लू और लाहौल स्पीति के लोगों को 4 मई को चंडीगढ़ से निकाला जाएगा. 5 मई को शिमला सोलन, किन्नौर और सिरमौर के लोगों को निकालने के लिए बसों का इंतजाम किया गया है. बता दें कि जिस तरीके से सरकार ने चार-चार जिलों को 3 दिनों में विभाजित किया है, उसकी वजह ये है कि हिमाचल भवन में अव्यवस्था ना फैले और सभी सुरक्षित तरीके से वापस अपने घर पहुंच जाएं.
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आपको बता दें कि इससे पहले भी हिमाचल सरकार ने चंडीगढ़ से करीब 15 बसों से 350 सौ से अधिक छात्रों को निकाला था. जिसके बाद सरकार लगातार प्रयास कर रही थी कि चंडीगढ़ में जो बाकी छात्र और अन्य लोग रह गए हैं, उनको भी जल्द से जल्द उनके घरों तक पहुंचाया जाए.