शिमला: हिमाचल में बहुचर्चित क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड मामले में एसआईटी टीम की लगातार कार्रवाई जारी है. वहीं, मामले में कार्रवाई तेज करते हुए एसआईटी ने इस फ्रॉड से जुड़े 8 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें एक महिला कॉन्स्टेबल सहित 4 पुलिस जवान और एक फॉरेस्ट गार्ड भी शामिल है. एसआईटी की इस कार्रवाई से क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड से जुड़े लोगों में हड़कंप मच गया है. बता दें कि अभी इस मामले में 50 के करीब गिरफ्तारी होना तय माना जा रहा है.
जानकारी के अनुसार, एसआईटी ने कांगड़ा के समलेहरा निवासी पुलिस जवान नरेश कुमार को गिरफ्तार किया है, जो अभी जॉउरी अंब हमीरपुर में तैनात है. वहीं, ऊना की बनगढ़ जेल के वार्डन सुनील कुमार, हमीरपुर के मोहिन निवासी कृष्ण दत्त और नादौन में फॉरेस्ट गार्ड राम कुमार राणा को गिरफ्तार किया गया है. एसआईटी ने हमीरपुर के जाहू में तैनात मोरसू की महिला पुलिस कर्मी ज्योति को भी गिरफ्तार किया है. इसके अलावा सोलन जिला के बद्दी के नील धीमान, 4 आईआरबीएन बटालियन जंगलबैरी में तैनात बलवीर सिंह और सोलन के बद्दी निवासी गुरदीप सिंह को गिरफ्तार किया गया है. इन सभी पर कई लोगों को ठगने के आरोप है.
बता दें कि इस स्कैम में एसआईटी अब तक 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. गिरफ्तारी की तलवार अभी उन लोगों पर लटकी है, जिन्होंने 2 करोड़ या इससे ज्यादा की कमाई क्रिप्टो करेंसी से की है. हालांकि इस फ्रॉड का किंगपिन हिमाचल के मंडी का सुभाष शर्मा देश छोड़कर फरार हो चुका है. उसे वापस लाने के लिए लुक आउट नोटिस जारी किए जा चुके हैं.
2500 करोड़ का है क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड: हिमाचल के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री अपने बयान में कह चुके हैं कि प्रदेश में 5 हजार सरकारी कर्मचारियों ने भी 2500 हजार करोड़ के क्रिप्टो करेंसी में पैसा लगाया है. इनमें बड़ी संख्या में कर्मचारी ऐसे है, जिन्होंने इस काली कमाई के लिए नौकरी तक छोड़ दी और समय से पहले रिटायरमेंट लेकर खुद भी पैसा इन्वेस्ट किया. साथ ही दूसरों से भी निवेश कराया. अब ऐसे लोगों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है.
ये लोग हैं एसआईटी के रडार पर: अभी दो करोड़ या इससे ज्यादा की कमाई करने वाले आरोपी एसआईटी के रडार पर है. इसके बाद एक करोड़ और इससे ज्यादा कमाने वालों पर शिकंजा कसा जाएगा. दरअसल, डीजीपी ने अपने एक बयान में कहा है कि इस मामले में 50 के करीब गिरफ्तारियां हो सकती है.