शिमला: मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली दफा शनिवार को सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने कॉलेज सेंटर ऑफ एक्सीलेंस संजौली पहुंचे. जहां पर उनका सभी छात्रों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. दरअसल मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कॉलेज के वार्षिक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. बता दें कि 1984 में इसी कॉलेज से सुक्खू ने छात्र राजनीति की और अपना पहला प्रेजिडेंट का चुनाव नरेश चौहान के खिलाफ लड़ा था और उसे जीता भी था. नरेश चौहान अभी मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार है. 17 साल की उम्र में CM सुक्खू इसी कॉलेज में क्लास रिप्रेजेंटेटिव भी रहे हैं.
वार्षिक कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कॉलेज के 612 स्टूडेंट्स को सम्मानित भी किया. कॉलेज पहुंचते ही मुख्यमंत्री का स्वागत हजारों छात्रों द्वारा किया गया. वहीं, कॉलेज के टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ ने मुख्यमंत्री सुक्खू पर फूलों की बौछार कर दी. इसके उपरांत मुख्यमंत्री को कॉलेज ऑडिटोरियम ले जाया गया. इस दौरान कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. सीबी मेहता ने कहा कि यह कॉलेज के लिए बड़े गौरव की बात है कि यहां से पढ़कर निकले स्टूडेंट आज प्रदेश को संभाल रहे हैं.
कॉलेज को दी 5 करोड़ की सौगात- प्रिंसिपल डॉ. सीबी मेहता ने कहा कि मुख्यमंत्री से हजारों छात्र प्रेरणा लेंगे. कॉलेज प्रबंधन ने मुख्यमंत्री के कॉलेज टाइम के कुछ दोस्तों को भी बुलाया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने अपने कॉलेज को 5 करोड़ की सौगात दी है. यह राशि स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल लाइब्रेरी, बिल्डिंग की मरम्मत और पार्किंग पर खर्च होगी. मुख्यमंत्री ने शिक्षा निदेशक से कहा कि जब इसकी रिपोर्ट तैयार होगी, काम तभी से शुरू हो जाएगा. अगले सेशन में स्टूडेंट्स डिजिटल क्लासरूम में बैठें होने चाहिए. मुख्यमंत्री ने अपनी बात रखते हुए कहा कि यह मेरा कॉलेज है. जो मेरे लिए घर की तरह है. अभी प्रदेश सरकार कर्ज के बोझ तले डूबी है, इसलिए ज्यादा घोषणाएं नही करूंगा, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में जरूर सुधार होना चाहिए.
सीएम ने छात्रों से कही ये बात- उन्होंने कहा कि आने वाला समय पूरी तरह से तकनीकी शिक्षा का है. मुख्यमंत्री ने कॉलेज के स्टूडेंट्स से कहा कि उन्होंने भी कॉलेज में 4 बार चुनाव लड़ा. इसमें सीखने के लिए बहुत कुछ मिला. कई गलतियां भी की, लेकिन कभी हार नहीं मानी. लक्ष्य पर हमेशा फोकस किया. जिसका परिणाम आप सभी देख रहे हो. उन्होंने कहा कि कोई भी काम पूरी लगन और ईमानदारी के साथ किया जाए तो कभी हार नहीं होती. मुख्यमंत्री ने छात्रों को मोटिवेट करते हुए कहा कि अतीत के पन्नो को हमेशा याद रखें और वर्तमान की चुनौतियों को स्वीकार करे. यही जीवन का मूल मंत्र है.
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