शिमला: वैश्विक कोरोना महामारी के चलते भारत में तीसरा लॉकडाउन आखिरी चरण में है. बीते 50 दिनों में हर कारोबार पर इसका बुरा असर पड़ा है. जरूरत की दुकानों के अलावा ग्रीन और ऑरेंज जोन में अन्य व्यवसायों की छिट-पुट दुकानें खुली हैं.
हिमाचल में भी छोटे से लेकर बड़े कारोबारियों को लॉकडाउन से नुकसान पहुंचा है. शिमला में हेयर ड्रेसर और ब्यूटी पार्लर व्यवसाय से जुड़े लोगों के सैलून करीब दो महीने से बंद हैं. काम न मिलने से व्यवसाय से जुड़े लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
सैलून मालिकों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात करते हुए हेयर ड्रेसर और ब्युटी पार्लर की शॉप खोलने की अपील की है, जिससे व्यवसाय से जुड़े लोगों को रोजगार मिल सके. अन्यथा ऐसे समय में सैलून में काम करने वाले कर्मियों को दो जून की रोटी जुटा पाना भी मुश्किल हो रहा है.
शिमला में हेयर ड्रेसर और ब्यूटी पार्लर की करीब 300 दुकाने हैं. शहर में ज्यादातर सैलून किराए पर हैं. टूरिज्म शहर होने के चलते यहां पर शॉप्स का किराया भी भारी भरकम है. ऐसे में दिक्कतें तो हैं पर कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को नजरअंदाज भी नहीं किया जा सकता..
वहीं, एक सैलून मालिक ने बताया कि लोग होम सर्विस के जरिए लोग हेयर कट करवा रहे हैं, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा है. ऐसे में सरकार को शर्तों के तहत सैलून खोलने की अनुमति दे देनी चाहिए.
बता दें कि कोरोना महामारी के चलते देशभर में फिलहाल सैलून और ब्यूटी पार्लर शॉप्स को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. कारोबार से जुड़े लोगों को इस वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अभी तक सरकारों ने कारोबार से जुड़े लोगों के लिए कोई राहत नहीं दी है. अब देखना होगा की आगे सरकार हेयर ड्रेसर और ब्यूटी पार्लर से जुड़े व्यवसाय के लोगों के लिए क्या निती बनाती है.