शिमला/रामपुर: ननखड़ी में बीते दिनों हुई ओलावृष्टि से बागवानों को काफी नुकसान हुआ है. ओलावृष्टि होने से सेब और चेरी की फसल खराब हो गई है. चेरी की फसल का कुछ दिनों में तुड़ान शुरू होने वाला था, लेकिन क्षेत्र में हुई ओलावृष्टि ने बागवानों की परेशानी बढ़ा दी है.
ओलों का आकार इतना बड़ा और भारी था कि कुछ स्थानों पर पानी की टंकियां और वाहनों को भी नुकसान हुआ है. ननखड़ी तहसील के ग्राम पंचायत जाहू, खड़ाहण, खुन्नी पनोली, गाहन, अड्डू, बगलती व ग्राम पंचायत बड़ोग में भारी ओलावृष्टि हुई है. क्षेत्र में ओलावृष्टि होने से बागवानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है.
नुकसान का आंकलन उद्यान विभाग रामपुर की ओर से किया गया है. उद्यान विकास अधिकारी बलवीर चौहान ने बताया कि रामपुर और ननखडी क्षेत्र में सेब व चेरी की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. इससे बागवानों और किसानों की चिंता बढ़ने लगी है.
बलवीर चौहान ने बताया कि इस ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आंकलन उद्यान विभाग की टीम ने मौके पर जाकर किया. अब तक ओलावृष्टि से 22 करोड़ 50 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. इसकी रिपोर्ट शिमला विभाग के अधिकारियों को भेज दी गई है.