शिमला: शिमला ऐतिहासिक धरोहरों में से एक बार्नेस कोर्ट भवन जो अब राजभवन है. उसे 19 अगस्त से आम जनता के लिए खोला जा रहा है. अब आम लोग भी जा सकेंगे. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने मंगलवार को विधिवत तौर पर हिमाचल प्रदेश राजभवन को आम लोगों के लिए लोकार्पित किया. इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि यह धरोहर भवन समारोहों तक ही सीमित न रहे, इसलिए उनकी यह कोशिश है कि इसे 'अमृत-काल' में आम जनता के लिए भी खोला जाए ताकि वे भी इस धरोहर भवन का अवलोकन कर सकें और अपने इतिहास की जानकारी ले सके.
भ्रमण से पूर्व दिखाई जाएगी लघु फिल्म: दरअसल, बार्नेस-कोर्ट, जो अब राजभवन है, 1832 में बना ब्रिटिश काल का धरोहर भवन है. इसके निर्माण में भारतीय दक्ष शिल्पियों का महत्वपूर्ण योगदान है. यह भवन अनेक ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है, इसलिए भी इसका विशेष महत्व है. बता दें, राजभवन शनिवार और रविवार के दिन दोपहर 2 बजे से सायं 5 बजे तक आम जन के लिए खुला रहेगा.वहीं, राजभवन के भ्रमण से पूर्व आगंतुकों को बार्नेस कोर्ट के संक्षिप्त ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व का वर्णन करने वाली एक लघु फिल्म भी दिखाई जाएगी. एक समय में राजभवन में किसी भी समूह के 15 व्यक्ति प्रवेश कर सकेंगे और स्कूली छात्रों के लिए समूह में 30 छात्र हो सकते हैं.
10 साल से कम आयु और स्कूली बच्चों के लिए प्रवेश निशुल्क : विदेशी नागरिकों को 100 रुपये, बाहरी राज्यों के लोगों को 50 और प्रदेशवासियों को 30 रुपये शुल्क देना होगा. राज्य के स्कूली छात्रों और दस वर्ष से कम आयु के सभी बच्चों के लिए राजभवन में प्रवेश निःशुल्क होगा, जिसके लिए उन्हें अपना वैध परिचय पत्र प्रवेश के साथ दिखाना होगा. विश्वविद्यालय और कॉलेजों के विद्यार्थियों, राज्य और बाहरी राज्यों से आने वाले आगंतुकों को 30 रुपये शुल्क अदा करने पर राजभवन में प्रवेश दिया जाएगा. विदेशी पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क 60 रुपये होगा. दिव्यांग जनों, राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर पुरस्कृत व्यक्तियों के लिए प्रवेश निःशुल्क होगा. प्रवेश शुल्क में अधिकतम 6 छाया चित्रों की सॉफ्ट कॉपी और राजभवन विवरणिका निशुल्क प्रदान की जाएगी.
राज्यपाल ने राजभवन में फहराया राष्ट्रीय ध्वज: 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजभवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने राजभवन में ध्वजारोहण किया. लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल भी इस अवसर पर उपस्थित थीं. प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए राज्यपाल ने उनके खुशहाल एवं मंगलमय जीवन की कामना की. उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक दिन है, जब विदेशी साम्राज्य की दासता से यह देश मुक्त हुआ. राज्यपाल ने कहा कि असंख्य देशभक्तों के बलिदान और वीर सपूतों के संघर्ष ने हमें स्वतंत्रता दिलाई. स्वतंत्रता दिवस पर हम उन सभी देशभक्तों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं. उन्होंने कहा कि आज के दिन हम उन वीर सपूतों को भी नमन करते हैं, जिन्होंने स्वतंत्रता के उपरांत देश की एकता और अखण्डता को बनाए रखने तथा देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है. राज्यपाल ने इस अवसर पर राजभवन कर्मियों को राष्ट्रीय ध्वज भेंट किए.
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