ETV Bharat / state

राज्यपाल ने Doctor's Day पर चिकित्सकों को किया सम्मानित, स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने पर जताया आभार - राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कोरोना महामारी के समय में अपनी जान जोखिम में डाल कर लोगों की जान बचाने को किए गए अमूल्य योगदान के लिए चिकित्सकों का आभार व्यक्त किया.

Governor honored doctors
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय
author img

By

Published : Jul 1, 2020, 4:29 PM IST

शिमला: हर साल 1 जुलाई को राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस मनाया जाता है. देश के महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधानचंद्र रॉय को सम्मान देने के लिए यह मनाया जाता है. उनका जन्‍मदिवस और पुण्यतिथि दोनों इसी तारीख को पड़ती है. केंद्र सरकार ने 1991 में इस दिन को मनाने की शुरुआत की थी.

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कोरोना महामारी के समय में अपनी जान जोखिम में डाल कर लोगों की जान बचाने को किए गए अमूल्य योगदान के लिए चिकित्सकों का आभार व्यक्त किया. राजभवन में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर डॉक्टरों को सम्मानित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह एक महान व्यवसाय है और वह उनके साहस की सराहना करते हैं.

प्रत्येक वर्ष 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस हमारे जीवन में चिकित्सकों की महत्ता और उनके द्वारा मानवता के कल्याण के लिए किए गए कार्यों को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि इस दिवस की महत्ता और भी बढ़ गई है, क्योंकि कोरोना महामारी के दौरान प्रत्येक चिकित्सक अपनी शत-प्रतिशत सेवाएं दे रहा है और लोगों को इस भयावह संक्रमण से उभारने में अपना अमूल्य योगदान दे रहा है.

राज्यपाल ने कहा कि यह दिन उन सभी चिकित्सीय और स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहें पेशेवरों को समर्पित है, जो अपनी तमाम मुश्किलों के बाद भी मरीजों को देख रहें हैं और समाज के लिए अपना योगदान दे रहें हैं. उन्होंने कहा कि चिकित्सकों का परिश्रम और समर्पण इस महामारी के शुरुआती दौर से ही प्रशंसनीय है.

दत्तात्रेय ने कहा कि राष्ट्र चिकित्सक दिवस महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के द्वितीय मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय के सम्मान में आयोजित किया जाता है. डॉ. रॉय को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से 4 फरवरी, 1961 को सम्मानित किया गया था. उन्होंने कहा कि वर्ष 1991 से भारत में महान चिकित्सक डॉ रॉय के सम्मान में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जा रहा है.

ये भी पढ़ें: नाहन में मनाया गया 'डॉक्टर्स डे', सामाजिक संस्थाओं ने डॉक्टर्स को किया सम्मानित

शिमला: हर साल 1 जुलाई को राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस मनाया जाता है. देश के महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधानचंद्र रॉय को सम्मान देने के लिए यह मनाया जाता है. उनका जन्‍मदिवस और पुण्यतिथि दोनों इसी तारीख को पड़ती है. केंद्र सरकार ने 1991 में इस दिन को मनाने की शुरुआत की थी.

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कोरोना महामारी के समय में अपनी जान जोखिम में डाल कर लोगों की जान बचाने को किए गए अमूल्य योगदान के लिए चिकित्सकों का आभार व्यक्त किया. राजभवन में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर डॉक्टरों को सम्मानित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह एक महान व्यवसाय है और वह उनके साहस की सराहना करते हैं.

प्रत्येक वर्ष 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस हमारे जीवन में चिकित्सकों की महत्ता और उनके द्वारा मानवता के कल्याण के लिए किए गए कार्यों को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि इस दिवस की महत्ता और भी बढ़ गई है, क्योंकि कोरोना महामारी के दौरान प्रत्येक चिकित्सक अपनी शत-प्रतिशत सेवाएं दे रहा है और लोगों को इस भयावह संक्रमण से उभारने में अपना अमूल्य योगदान दे रहा है.

राज्यपाल ने कहा कि यह दिन उन सभी चिकित्सीय और स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहें पेशेवरों को समर्पित है, जो अपनी तमाम मुश्किलों के बाद भी मरीजों को देख रहें हैं और समाज के लिए अपना योगदान दे रहें हैं. उन्होंने कहा कि चिकित्सकों का परिश्रम और समर्पण इस महामारी के शुरुआती दौर से ही प्रशंसनीय है.

दत्तात्रेय ने कहा कि राष्ट्र चिकित्सक दिवस महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के द्वितीय मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय के सम्मान में आयोजित किया जाता है. डॉ. रॉय को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से 4 फरवरी, 1961 को सम्मानित किया गया था. उन्होंने कहा कि वर्ष 1991 से भारत में महान चिकित्सक डॉ रॉय के सम्मान में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जा रहा है.

ये भी पढ़ें: नाहन में मनाया गया 'डॉक्टर्स डे', सामाजिक संस्थाओं ने डॉक्टर्स को किया सम्मानित

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.