शिमला: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी शिमला में इलाज कराने आए 60 हजार मरीजों को मई माह से अब तक फ्री मेडिसिन की सुविधा दी गई है. आईजीएमसी शिमला के एमएस डॉ. राहुल राव ने बताया कि अस्पताल में स्थित डिस्पेंसरी से मई माह 2023 से लेकर अब तक निशुल्क दवा योजना के तहत 60 हजार 22 लोग लाभान्वित हो चुके हैं. इसमें गैर संक्रामक रोग, मनोरोग और अन्य बीमारियों से सम्बन्धित रोगी भी शामिल हैं. हिमाचल के दूर दराज की पंचायत व क्षेत्रों से आए मरीज भी इस सुविधा को प्राप्त कर चुके हैं.
निशुल्क दवा योजना के तहत मिली दवा: आईजीएमसी शिमला में मई माह में 8021 मरीज को फ्री मेडिसिन दी गई. जबकि जून माह में 9829, जुलाई माह में 9033, अगस्त माह में 9282, सितंबर माह में सर्वाधिक 10,118 और अक्टूबर माह में 7539 मरीजों को विभिन्न प्रकार की दवाइयों की निशुल्क सुविधा मुहैया करवाई गई है.
आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए सुविधा: आईजीएमसी शिमला में आयुष्मान कार्ड धारकों को बेड पर ही सुविधा दी जा रही है. एमएस डॉ. राहुल राव ने बताया कि जून माह में 101, जुलाई में 76, अगस्त में 78, सितंबर में 63, अक्टूबर माह में 145 और नवंबर माह में अब तक 118 लोगों को सुविधा मिल चुकी है. अस्पताल में 23 नवंबर तक कुल 540 लोगों का स्वास्थ्य कार्ड का सत्यापन किया जा चुका है. इस सुविधा को प्रदान करने के लिए नामित आयुष्मान मित्र, लैपटॉप द्वारा गंभीर व चलने में असमर्थ मरीजों का आयुष्मान ई-केवाईसी और सत्यापन बेड साइड ही किया जाता है.
गौरतलब है कि सरकारी योजना के तहत एक ही छत में सुविधाओं को, जन आरोग्य सुविधा केंद्र के क्रियान्वयन के साथ-साथ इस पहल पर प्रशासन व प्रशासनिक अधिकारियों व चिकित्सा अधीक्षक ने विशेष बल दिया था. इस स्कीम के तहत बेड पर अगर कोई व्यक्ति गंभीर व्यवस्था में दाखिल है तो उसको उसका सत्यापन वहीं पर किया जाता है. जिसके तहत उन्हें कम से कम असुविधा हो. उन्होंने कहा कि इस सुविधा का अधिकतर लाभ आईसीयू, कार्डियक आईसीयू, ट्रामा और मेडिसिन के मरीज प्राप्त कर रहे हैं. आईजीएमसी शिमला के अन्य विभागों में भी यह सुविधा उपलब्ध की जाती है.
ये भी पढे़ं: हिमाचल में बढ़ रहा कैंसर का खतरा, 1 साल में ब्रेस्ट कैंसर के 650 मरीज, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान