रामपुरः प्रदेश के ऊपरी क्षेत्र में बीते दिनों हुई भारी बर्फबारी सेब के बागीचों के लिए वरदान बताई जा रही है. इससे किसानों को आने वाले समय में अच्छी फसल होने उम्मीद जगी है. बागवान और किसान अच्छी बर्फबारी होने से बेहद खुश हैं.
ऐसे में चिलिगं आवर्स भी पूरे होने की उम्मीद बनी हुई है. वहीं, उद्यान विभाग के विशेषज्ञ डॉ. बलवीर चौहान ने बागवानों को सलाह दी है कि क्षेत्र में जो बर्फबारी हुई है उसे पिघलने के बाद ही बगीचों में कार्य शुरू किया जाए. उन्होंने किसानों को बर्फ के पिघलने के बाद ही सेब के पेड़ों में खाद डालना, पौधे की कांट-छांट करना, स्प्रे करने काम को शुरू करने की सलाह दी है.
विशेषज्ञ के अनुसार ऐसा करने से सेब के पेड़ों में डाली गई खाद पेड़ों की जड़ तक जाती है और पेड़ों को अच्छी खुराक मिलती है और अच्छी फसल होने की उम्मीद भी बनती है. बता दें कि हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्र की आर्थिकी का एक मात्र साधन सेब ही है जिस पर उनके पूरे साल भर की उम्मीदें टीकी रहती हैं.
सेब का मुख्य कार्य सर्दी के मौसम में ही होता है. यदि सर्दी के मौसम में यहां पर अच्छी बर्फबारी होती है तो सेब की पैदावार भी बेहतर होने की उम्मीद लगी रहती है.
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