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बागवानों को विशेषज्ञ की सलाह, बर्फ पिघलने के बाद ही करें सेब के बगीचों में कार्य - रामपुर में सेब बागवानों को विशेषज्ञों की सलाह

भारी बर्फबारी सेब के बागीचों के लिए वरदान बताई जा रही है. वहीं, उद्यान विभाग के विशेषज्ञ डॉ. बलवीर चौहान ने बागवानों को बर्फबारी के पिघलने के बाद ही बगीचों में कार्य शुरू करने की स्लाह दी है.

Expert advice to apple gardeners
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Published : Jan 14, 2020, 3:36 PM IST

रामपुरः प्रदेश के ऊपरी क्षेत्र में बीते दिनों हुई भारी बर्फबारी सेब के बागीचों के लिए वरदान बताई जा रही है. इससे किसानों को आने वाले समय में अच्छी फसल होने उम्मीद जगी है. बागवान और किसान अच्छी बर्फबारी होने से बेहद खुश हैं.

ऐसे में चिलिगं आवर्स भी पूरे होने की उम्मीद बनी हुई है. वहीं, उद्यान विभाग के विशेषज्ञ डॉ. बलवीर चौहान ने बागवानों को सलाह दी है कि क्षेत्र में जो बर्फबारी हुई है उसे पिघलने के बाद ही बगीचों में कार्य शुरू किया जाए. उन्होंने किसानों को बर्फ के पिघलने के बाद ही सेब के पेड़ों में खाद डालना, पौधे की कांट-छांट करना, स्प्रे करने काम को शुरू करने की सलाह दी है.

वीडियो रिपोर्ट.

विशेषज्ञ के अनुसार ऐसा करने से सेब के पेड़ों में डाली गई खाद पेड़ों की जड़ तक जाती है और पेड़ों को अच्छी खुराक मिलती है और अच्छी फसल होने की उम्मीद भी बनती है. बता दें कि हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्र की आर्थिकी का एक मात्र साधन सेब ही है जिस पर उनके पूरे साल भर की उम्मीदें टीकी रहती हैं.

सेब का मुख्य कार्य सर्दी के मौसम में ही होता है. यदि सर्दी के मौसम में यहां पर अच्छी बर्फबारी होती है तो सेब की पैदावार भी बेहतर होने की उम्मीद लगी रहती है.

ये भी पढ़ें: वन मंत्री ने अधिकारियों को दिया निर्देश, बोले- जंगलों की आग को रोकने के लिए रेंज स्तर पर हो जागरूकता कार्यक्रम

रामपुरः प्रदेश के ऊपरी क्षेत्र में बीते दिनों हुई भारी बर्फबारी सेब के बागीचों के लिए वरदान बताई जा रही है. इससे किसानों को आने वाले समय में अच्छी फसल होने उम्मीद जगी है. बागवान और किसान अच्छी बर्फबारी होने से बेहद खुश हैं.

ऐसे में चिलिगं आवर्स भी पूरे होने की उम्मीद बनी हुई है. वहीं, उद्यान विभाग के विशेषज्ञ डॉ. बलवीर चौहान ने बागवानों को सलाह दी है कि क्षेत्र में जो बर्फबारी हुई है उसे पिघलने के बाद ही बगीचों में कार्य शुरू किया जाए. उन्होंने किसानों को बर्फ के पिघलने के बाद ही सेब के पेड़ों में खाद डालना, पौधे की कांट-छांट करना, स्प्रे करने काम को शुरू करने की सलाह दी है.

वीडियो रिपोर्ट.

विशेषज्ञ के अनुसार ऐसा करने से सेब के पेड़ों में डाली गई खाद पेड़ों की जड़ तक जाती है और पेड़ों को अच्छी खुराक मिलती है और अच्छी फसल होने की उम्मीद भी बनती है. बता दें कि हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्र की आर्थिकी का एक मात्र साधन सेब ही है जिस पर उनके पूरे साल भर की उम्मीदें टीकी रहती हैं.

सेब का मुख्य कार्य सर्दी के मौसम में ही होता है. यदि सर्दी के मौसम में यहां पर अच्छी बर्फबारी होती है तो सेब की पैदावार भी बेहतर होने की उम्मीद लगी रहती है.

ये भी पढ़ें: वन मंत्री ने अधिकारियों को दिया निर्देश, बोले- जंगलों की आग को रोकने के लिए रेंज स्तर पर हो जागरूकता कार्यक्रम

Intro:रामपुर Body:
हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्र में बीते दिनों हुई भरी बर्फबारी सेब के बगिचों के लिए बरदान साबीत हुई है। ऐसे में आने वाले समय में अच्छी फसल होनी उम्मीद बनी रहती है। वहीं बागवानों व किसान अच्छी बर्फबारी होने से बेहत खुश है। क्योंकि ऐसे में चिलिगं आवर्स भी पुरे होने की उम्मीद बनी हुई है। वही आए दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में दो से तीन फीट तक बर्फबारी हुई है। जिससे बागवान बेहत खुश है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्र की आर्थिकि का एक मात्र साधन सेब ही है जिस पर उनके पुरी साल भर की उम्मीदें टीकी रहती है। सेब का मुख्य कार्य सर्दी के मौसम में ही होता है। यदि सर्दी के मौसम में यहां पर अच्छी बर्फबारी होती है तो सेब की भी अच्छी फसल होने की उम्मीद होती है।
वहीं उद्यान विभाग के अधिकारी विशेषज्ञ डाक्टर बलवीर चौहान ने बागवानों को सलाह दी है कि क्षेत्र में जो बर्फबारी हुई है उसे पीघलने के बाद ही अपने बागों का कार्य शुरू करें। बर्फ को पीघलने के बाद सेब के पेड़ों में खाद डालना, पौधे की कांट-छांट करना, स्प्रे करना आदि प्रमुख है। यह सब कार्य बर्फ पीघलने के बाद ही करें। ऐसे में सेब के पेड़ों में डाली गई खाद सेब के पेड़ों की जड़ तक जाती है और पेड़ों को अच्छी खुराक मिलती है। जिससे इसकी टहनियों को मजबूती मिलती है और अच्छी फसल होने की उम्मीद भी बनती है।



बाइट : उद्यान विभाग के अधिकारी विशेषज्ञ डाक्टर बलवीर चौहान ।

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