शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए शिमला शहर से भाजपा ने इस बार एक चाय बेचने वाले पर भरोसा जताया है. BJP ने संजय सूद को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं, प्रचार-प्रसार और मतदान खत्म होने के बाद संजय सूद फिर अपनी दुकान पर लौट आए हैं. संजय सूद की शिमला के ओल्ड बस स्टैंड पर चाय की दुकान हैं. जहां वह आम दिनों की तरह अपना काम कर रहे हैं. उनका कहना है कि अगर वे विधायक चुने जाते हैं, तब भी वे अपनी दुकान में आकर काम करते रहेंगे. हालांकि विधायक बनने पर उनकी प्राथमिकता लोगों के काम होंगे. लोगों का काम करने के बाद उनके पास जो समय बचेगा, उस समय में वे चाय की दुकान में पहले की तरह काम करेंगे. ईटीवी भारत से संजय सूद ने खास बातचीत की है.
2007 से लगातार भाजपा जीत रही है शिमला शहरी सीट: शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्र पहले शिमला के नाम से ही जाना था. परिसीमन के बाद इसको शिमला शहरी और शिमला ग्रामीण दो क्षेत्रों में बांट दिया गया. शिमला शहरी में नगर निगम के शिमला के पुराने 18 वार्ड शामिल हैं. 2007 से लगातार इस सीट पर भाजपा विजय हो रही है. भाजपा के वर्तमान विधायक एवं शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज 2007 से यहां लगातार तीन बार जीत चुके हैं. कांग्रेस की आपसी लड़ाई भी भाजपा की जीत को यहां आसान बनाती रही है. अबकी बार यहां से सुरेश भारद्वाज कसुम्पटी क्षेत्र चले गए हैं और वहां से चुनाव लड़ रहे हैं. इससे राजनीतिक समीकरण भी यहां बदले हैं.
चाय की दुकान चलाते हैं संजय सूद: साधारण पृष्ठभूमि से संबंध रखने वाले संजय सूद की शिमला के ओल्ड बस स्टैंड पर चाय की दुकान है. बीजेपी का टिकट मिलने के बाद लोग उनकी तुलना पीएम मोदी से कर रहे हैं.
कैबिनेट मंत्री का टिकट चायवाले को मिला: संजय सूद को टिकट मिलना अगर किसी को हैरान करता है तो उससे भी दिलचस्प बात ये है कि संजय सूद को बीजेपी ने कैबिनेट मंत्री पर तरजीह दी है. दरअसल शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज शिमला शहरी सीट से मौजूदा विधायक हैं. इस बार बीजेपी ने उनकी सीट बदलकर शिमला जिले की कसुम्पटी सीट से टिकट दिया है. गौरतलब है कि सुरेश भारद्वाज साल 2007 से लगातार शिमला शहरी सीट से चुनाव जीत रहे हैं. (BJP ticket to tea seller Sanjay sood).
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