शिमलाः राजधानी शिमला में कर्फ्यू के चलते घुड़सवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है. कर्फ्यू के चलते घुड़सवारों का कारोबार पूरी तरह से बंद हो गया है. यही वजह है कि अब न तो इनके पास खुद खाने के लिए खाना है और न घोड़ों के लिए. प्रशासन की ओर से भी इनकी कोई सुध नहीं ली गई है
जानकारी के अनुसार ऐतिहासिक रिज मैदान पर करीब 12 घुड़सवार हैं, जो पर्यटकों और बच्चों को घुड़सवारी करवाते हैं. कोरोना वायरस के चलते पूरे हिमाचल में कर्फ्यू लगा है. ऐसे में घुड़सवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है. इनके पास घोड़ों को खिलाने के चारा तक नहीं है. ये लोग अस्थाई तौर पर लॉन्ग वुड के पास रहते हैं.
घुड़सवारों का कहना है कि कर्फ्यू के चलते आमदनी नहीं है. हमारे पर न राशन है और न ही घोड़ों को खिलाने के लिए चारा. इन लोगों का कहना है कि स्थानीय पार्षद, विधायक या कोई अधिकारी ने भी इनकी कोई सुध नहीं ली है. ऐसे में घुड़सवारों प्रशासन और सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
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