शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर 12 नवंबर को मतदान हो चुका है, लेकिन उस दिन निर्वाचन आयोग का डाटा देरी से मिलने के कई कारण सामने आए है. जानकारी के मुताबिक एक तो कई जगहों पर देर रात तक वोटिंग होती रही. वहीं, दूसरी तरफ कई जगहों पर वीएम और वीवीपैट मशीनें के खराब होने के मामले भी सामने आए. (Himachal himachal assembly election 2022)
10 फीसदी ज्यादा वोटिंग सामने आई: हिमाचल में पिछले शनिवार को 68 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव हुए. लेकिन कई जगह देर रात तक वोटिंग होती रही, जिससे निर्वाचन आयोग को वोटिंग का डाटा देर से मिला. वहीं इससे मतदान प्रतिशत भी काफी बढ़ गया. आरंभिक तौर पर शाम 5 बजे मतदान का आंकड़ा 66 प्रतिशत से ज्यादा था, लेकिन रविवार यानि 13 नवंबर को जो आकड़ा सामने आया वो करीब 10 फीसदी ज्यादा है. (Voting percentage will increase in Himachal)
2 प्रतिशत बढ़ सकता आंकड़ा: रविवार को निर्वाचन आयोग ने जो आकंड़ा जारी किया वह 75. 6 फीसदी मतदान का है. इसमें 1 फीसदी मतदान पोस्टल बैलट का भी है. हालांकि, अभी भी यह आंकड़ा बढ़ने की संभावना है क्योंकि अभी सर्विस वोटर के पोस्टल बैलट मिलना बाकी है. इससे हिमाचल में 1 से 2 फीसदी तक मतदान का प्रतिशत बढ़ सकता है. (EC got late data due to late night polling)
सिरमौर में 32 मशीनों में खराबी: सिरमौर जिले में 32 जगहों पर मशीनों में खराबी आई. जिनमें 12 वीवीपैट, 15 कंट्रोल यूनिट और 5 बैलेट यूनिट शामिल थी. मंडी जिले में 20 वीवीपैट और 10 कंट्रोल यूनिट की शिकायतें मिली. इसी तरह चंबा, कुल्लू, कांगड़ा ,बिलासपुर और ऊना जिले में भी कई जगहों मशीनों में खराबी आने से देर शाम तक मतदान चलता रहा. निर्वाचन विभाग की ओर से मतदान केंद्रों के लिए अतिरिक्त मशीनें भेजी गई थी, लेकिन इन जगहों पर दोबारा मतदान शुरू करने में काफी समय लगा. इस तरह निवार्चन आयोग को वोटिंग के आंकड़े को कंपाइल करने में काफी समय लग गया.
सर्विस वोटर और वोटिंग में लगे कर्मियों के बैलट पेपर मिलना बाकी: हिमाचल में 69559 सर्विस वोटर के अलावा अलावा चुनाव ड्यूटी में 59000 कर्मचारी लगाए गए. इन सभी के बैलेट पेपर अभी मिलना बाकी है. ऐसे में वोटिंग का प्रतिशत 1 से 2 फीसदी बढ़ने के आसार हैं. हिमाचल में चुनाव आयोग ने अबकी बार 5 कैटेगरी को बैलेट पेपर जारी किए हैं, इनमें दिव्यांग, 80 साल से अधिक के मतदाता, आवश्यक सेवाओं में तैनात कर्मचारी, मतदान प्रक्रिया में शामिल कर्मचारियों के अलावा सर्विस वोटर शामिल हैं. हिमाचल में सर्विस और चुनाव ड्यूटी में लगे वोटरों को छोड़कर 36,000 से ज्यादा लोगों ने पोस्ट बैलेट से मतदान किया है. इनके बैलेट पेपरों की गणना के बाद वोटर प्रतिशत 1 फीसदी मतदान बढ़ा और यह 75.6 फीसदी पहुंचा.
स्ट्रांग रूम के बाहर सुरक्षा: हिमाचल प्रदेश के 7884 मतदान केंद्रों में हुए मतदान के बाद सभी ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को सुरक्षित स्ट्रांग रूमों में पहुंचा दिया गया है. सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में इन मशीनों के लिए स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं. इनके लिए कड़ी सुरक्षा की गई है. यहां त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. पहले 2 घेरे केंद्रीय सुरक्षा बलों के लगे गए है. बाहरी घेरा हिमाचल पुलिस का है. स्ट्रॉन्ग रूम पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जा रखी जा रही है. 8 दिसंबर मतगणना होगी. (Strong room security tightened in Himachal)
ये भी पढ़ें : हिमाचल में बना मतदान का नया रिकॉर्ड, वोटिंग में महिलाओं ने मारी बाजी