शिमला: प्रदेश के स्कूलों से बाहरवीं कक्षा उतीर्ण कर चुके छात्रों को भी शिक्षा विभाग की ओर से वर्दी देने की जारी अधिसूचना पर अब सरकार भी असमंजस की स्थिति में आ गई है. 12वीं से पास आउट हो चुके हैं, उन्हें सरकार की ही लेटलतीफी के चलते वर्दी अपने सत्र में नहीं मिल पाई है. ऐसे में अब उन छात्रों को भी वर्दी दी जाए या नहीं इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है.
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज का कहना है कि इस मामले पर मुख्यमंत्री से चर्चा करने के बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान शिक्षा विभाग ने 12वीं कक्षा उतीर्ण कर चुके छात्रों को भी वर्दी देने की अधिसूचना निकाली है, जिसका प्रदेश सरकार अध्ययन कर रही है कि इन छात्रों को वर्दी दी जानी चाहिए या नहीं.
पढ़ेंः PCC चीफ से पहले प्रस्ताव भेजने पर गरमाया मामला, सुक्खू से जवाब तलब करेगी कांग्रेस
मंत्री ने कहा कि वर्दी स्कूलों में पढ़ रहे छात्रों को एक समान समझने के लिए दी जाती है. 12वीं कक्षा उतीर्ण कर चुके विद्यार्थियों को अब वर्दी की जरूरत नहीं है, लेकिन बीते वर्ष वर्दी वितरण कुछ कारणों से समय पर नहीं हो पाया है जिसकी वजह से पास आउट हो चुके छात्रों को वर्दी नहीं मिल पाई है.
भारद्वाज ने कहा कि अब मुख्यमंत्री से इस विषय पर चर्चा करने के बाद ही तय हो पाएगा की पास आउट हो चुके छात्रों को वर्दी दी जानी चाहिए या नहीं. इस विषय पर चर्चा करने के बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा. बता दें कि शिक्षा विभाग के सभी क्लेक्शन सेंटर्स पर वर्दी पहुंच गई है और अब विभाग जल्द ही इसे छात्रों को आबंटित करेगा.
ये भी पढ़ेंः फोरलेन के कारण टूटा स्कूल भवन, अब तपती धूप में बिना छत के शिक्षा ग्रहण कर रहे 126 नौनिहाल