शिमला: कोरोना वायरस के संकट के बादल हिमाचल पर भी मडराने लगे हैं. हिमाचल में 27 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में अधिकतर तबलीगी जमात से लौटे मुस्लिम समुदाय के लोग हैं. ऐसे में आइजीएमसी में मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज डॉ. साद रिजवी ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील की है कि वह डरें नहीं और सामने आकर अपनी पहचान बताएं. जिससे कोरोना बीमारी को फैलने से रोका जा सके.
डॉ. साद रिजवी ने कहा कि हम सब भारतवासी एक हैं और हमें मिलकर रहना है. उन्होंने कहा कि हम मुस्लिम समुदाय कुरान शरीफ पर विश्वास करते हैं और उसी को मानते हैं. उनका कहना था कि कुरान शरीफ में ही लिखा है कि हमें हलाल होने से बचना है. उन्होंने कहा कि कुरान में भी अपने आप को बचाने के लिए घर में रहना व सोशल व सोशल डिस्टेंस का जिक्र किया गया है. इसलिए घरों में रहें और बेवजह बाहर ना निकलें.
उन्होंने कहा कि जो तबलीगी जमात से मरकज से वापिस आये हैं वह डरें नहीं और खुद पुलिस व स्वास्थ्य विभाग को अपनी सूचना दें. उन्हें क्वारंटाइन में रखा जाएगा. उनका कहना था कि कुरान शरीफ व हदीस में भी कहा गया है कि बीमार ऊंट को ठीक ऊंट से अलग कर देना चाहिए. जिससे बाकी ऊंट को बचाया जा सके.
उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि वह घर में ही नमाज पढ़ें. ऐसा नहीं है कि वह मस्जिद में नमाज नहीं पढ़ेंगें तो मस्जिद वीरान हो जायेगीं. उनका कहना है कि मक्का मदीना, व दुनिया भर में सभी मस्जिदें अभी बंद हैं और मुस्लिम भाई घर में ही नमाज पढ़ रहे हैं. उन्होंने जमातियों से अपील की है कि वह अपनी पहचान ना छुपाएं.
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