शिमला: दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि यदि किसी व्यक्ति को उस दिन उल्लू दिख जाए तो वह सौभाग्यशाली होता है. इस संबंध में जब पंडित मुक्ति चक्रवर्ती से बात की गई तो उन्होंने बताया कि दिवाली वाले दिन लाखों-करोड़ों में से किसी एक व्यक्ति को ही उल्लू दिखता है और वह लक्ष्मी जी का परम भक्त होता है. उल्लू लक्ष्मी जी का वाहन है और यदि किसी को उल्लू दिखे तो समझो साक्षात लक्ष्मी उसके घर आई है. यदि किसी को उल्लू दिखता है तो वह परम सौभाग्यशाली होता है. (Is seeing owl on Diwali auspicious)
दिवाली पर कितने दीपक जलाएं : दिवाली दीयों का त्योहार है. लेकिन दिवाली पर कितने दीये जलाना शुभ है इस बारे में आपको बताते हैं. पंडित मुक्ति चक्रवर्ती ने बताया कि दीपावली वाले दिन दीये जलाना शुभ माना जाता है. उन्होंने कहा कि वैसे तो 108 दीये जलाना बहुत ही शुभ होता है चाहिए लेकिन अगर कोई आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है तो एक दीया भी बहुत होता है. दीये घर के दरवाजों, खिड़कियों पर, घर के अंदर, आंगन में, मुख्य गेट पर जलाने चाहिए. दीयों की रोशनी से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है और जीवन में रोशनी का संचार होता है.
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ऐसे करें भगवती का पूजन: लक्ष्मी की दिशा उत्तर मानी गई है, ऐसे में पूजनकर्ता को उत्तर दिशा में भगवती लक्ष्मी का पूजन करना चाहिए. चौकी पर रंगोली बनाकर अक्षत, रोली और पुष्प से पूजन करना चाहिए. दिवाली के दिन धन के देवता कुबेर और विद्या की देवी सरस्वती का भी पूजन करना चाहिए. वहीं, दिवाली की शाम, प्रदोष काल 5 बजकर 43 मिनट से शुरू होगा. शाम में मेष लग्न 6 बजकर 53 मिनट तक है. ऐसे में शाम 6 बजकर 53 मिनट से 7 बजकर 30 मिनट से पहले गृहस्थ जनों को देवी लक्ष्मी की पूजा आरंभ करना शुभ रहेगा. (Diwali puja vidhi)
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