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IGMC में स्क्रब टायफस से महिला की मौत, एक महीने के अंदर 3 की गई जान

एक महीने के अंदर स्क्रब टायफस से ये तीसरी मौत होने का मामला है. बरसात के दिनों में उगने वाली घास में पाए जाने वाले पीसू से स्क्रब टायफस अधिक फैलता है. चिकित्सकों ने भी लोगों को इस बीमारी से बचने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी है.

आईजीएमसी में स्क्रब टायफस से महिला की मौत
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Published : Aug 2, 2019, 5:17 PM IST

शिमला: आईजीएमसी में स्क्रब टायफस से एक महिला की मौत होने का मामला सामने आया है. आईजीएमसी के एमएस डॉ जनक राज ने मामले की पुष्टि की है. सुन्नी की रहने वाली महिला 27 जुलाई को उपचार के लिए आईजीएमसी आयी थी, जहां चेकअप के दौरान स्क्रब टायफस की पुष्टि हुई थी.

बता दें कि एक महीने के अंदर स्क्रब टायफस से ये तीसरी मौत होने का मामला है. बरसात के दिनों में उगने वाली घास में पाए जाने वाले पीसू से स्क्रब टायफस अधिक फैलता है. चिकित्सकों ने भी लोगों को इस बीमारी से बचने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी है.

स्क्रब टायफस के मामले आने से प्रशासन भी अलर्ट हो गया है. स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया हैं कि स्क्रब टायफस की स्थिति पर पूरी नजर रखी जा रही है, लेकिन महज नजर रखने से इस बीमारी पर काबू पाना मुश्किल है.
चिकित्सकों ने लोगों को इन दिनों झाड़ियों से दूर रहने और घास में न जाने की सलाह दी है.

ये भी पढ़े: स्टेट और नेशनल अवार्ड लेने वाले शिक्षकों को नहीं दी जाएगी एक्सटेंशन, शिक्षा विभाग ने तैयार किया प्रस्ताव

शिमला: आईजीएमसी में स्क्रब टायफस से एक महिला की मौत होने का मामला सामने आया है. आईजीएमसी के एमएस डॉ जनक राज ने मामले की पुष्टि की है. सुन्नी की रहने वाली महिला 27 जुलाई को उपचार के लिए आईजीएमसी आयी थी, जहां चेकअप के दौरान स्क्रब टायफस की पुष्टि हुई थी.

बता दें कि एक महीने के अंदर स्क्रब टायफस से ये तीसरी मौत होने का मामला है. बरसात के दिनों में उगने वाली घास में पाए जाने वाले पीसू से स्क्रब टायफस अधिक फैलता है. चिकित्सकों ने भी लोगों को इस बीमारी से बचने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी है.

स्क्रब टायफस के मामले आने से प्रशासन भी अलर्ट हो गया है. स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया हैं कि स्क्रब टायफस की स्थिति पर पूरी नजर रखी जा रही है, लेकिन महज नजर रखने से इस बीमारी पर काबू पाना मुश्किल है.
चिकित्सकों ने लोगों को इन दिनों झाड़ियों से दूर रहने और घास में न जाने की सलाह दी है.

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Intro:
आइजीएमसी में स्क्रब टायफस से महिला की मौत
एक महीने के अंदर तीसरी मौत।
शिमला,

जिले में स्क्रब टायफस जनलेवा हो गया है । गुरुवार देर रात एक महिला की आइजीएमसी में स्क्रब टायफस से मौत हो गयी है। सुन्नी की यह महिला 27जुलाई को उपचार के लिए आइजीएमसी आयी थी जहाँ चेकअप के दौरान स्क्रब टायफस की पुस्टि हुई ।गुरूवार देर रात महिला की मौत हो गयी।
Body:बीते एक महीने के दौरान स्क्रब टायफस से यह तीसरी मौत है।इससे पहले दो मोत स्क्रब से हो चुकी है।
बरसात के दिनों में उगने वाली घास में पाए जाने वाले पीसू से स्क्रब टायफस अधिक फैलता है। जिससे मरीज की मौत तक हो जाती है। ऐसे में चिकित्सकों द्वारा भी लोगों को तर्क दिया जा रहा है कि इस बीमारी से बचने के लिए सावधानी बरतनी होगी। हालांकि स्क्रब टायफस के मामले आने से प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया हैं कि स्क्रब टायफस की स्थिति पर पूरी नजर रखी जा रही है, लेकिन महज नजर रखने से इस बीमारी पर काबू पाना मुश्किल है। स्क्रब टाइफस एक जीवाणु से संक्रमित पिस्सू के काटने से फैलता है जो खेतों झाडिय़ों व घास में रहने वाले चूहों में पनपता है। जीवाणु चमड़ी के माध्यम से शरीर में फैलता है और स्क्रब टाइफस बुखार बन जाता है। चिकित्सकों का तर्क है कि लोगों को चाहिए कि इन दिनों झाडिय़ों से दूर रहे और घास आदि में न जाए, लेकिन किसानों और बागवानों के लिए यह संभव नहीं है क्योंकि इन दिनों खेतों और बगीचों में घास काटने का अधिक काम रहता है।
यही कारण है कि स्क्रब टायफस का शिकार होने वाले लोगों

Conclusion:में किसान और बागवानों की सं या ज्यादा है।
आइजीएमसी के एमएस डॉ जनक राज ने मामले।की पुस्टि की है।
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