शिमला: हिमाचल प्रदेश में बीते कुछ समय से साइबर क्राइम के मामले बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं. ताजा मामले में राजधानी में शिमला से सटे ठियोग उपमंडल में ब्रांडेड कंपनी के नाम से नकली वायर बेचने का मामला सामने आया है. ब्रांडेड कंपनी हैवेल्स के एक अधिकारी ने इस संदर्भ में पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई है. शिकायतकर्ता की शिकायत पर पुलिस ने फर्जीवाड़ा करने वाले के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
ब्रांडेड कंपनी के नाम से बेचा नकली माल: हैवेल्स कंपनी के असिस्टेंट मैनेजर पंकज कुमार ने पुलिस को शिकायत दी है कि मंगलवार को ठियोग बाजार में सर्वे के दौरान उन्हें पता चला कि मेसर्स भारत एंटरप्राइजेज का मालिक अंशुल सूद हैवेल्स कंपनी का मार्का लगाकर बाजार में नकली वायर बेचकर लोगों को गुमराह कर रहा है. शिकायतकर्ता ने कहा कि आरोपी द्वारा किए गए इस फर्जीवाड़े से न केवल उनकी कंपनी को, बल्कि सरकार को भी आर्थिक नुकसान हो रहा है. शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगया है कि राजगढ़ रोड पर मैसर्स मित्तल ब्रोस कोटलानाला के मालिक सुमित मित्तल इन नकली तारों की सप्लाई करता है. उन्होंने कहा कि अगर पुलिस सुमित मित्तल की दुकानों और फैक्ट्रियो पर छापेमारी कर तालाशी लेगी तो भारी मात्रा में पुलिस को हैवेल्स कंपनी के नकली तार मिल सकते हैं.
आरोपी के खिलाफ केस दर्ज: वहीं, मामले की पुष्टि करते हुए एसपी शिमला संजीव गांधी ने हुए बताया कि शिकायत के आधार पर आरोपी के विरुद्ध आईपीसी की धारा 420 और कॉपीराइट एक्ट 1957 के तहत एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है. उन्होंने कहा कि जिले में साइबर क्राइम करने वाले किसी भी व्यक्ति को बक्शा नहीं जाएगा.
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