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राहत की खबर, IGMC में घटने लगी कोरोना मरीजों की संख्या

प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएसमी की अगर बात करें तो यहां भी मरीजों की संख्या कम होने लगी है. अस्पताल में जहां बीते सप्ताह 300 के लगभग गम्भीर मरीज दाखिल थे, वहीं अब 217 गंभीर मरीज ही रह गए हैं. आईजीएमसी के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. राहुल गुप्ता ने बताया कि कोरोना अब नियंत्रित होने लगा है.

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Published : May 28, 2021, 11:50 AM IST

शिमला: कोरोना कर्फ्यू का हिमाचल प्रदेश में सकारात्मक असर दिखने लगा है. इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अब कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या घटने लगी है. जहां पहले रोजाना 5000 के लगभग मामले आ रहे थे, वहीं अब 1300 के लगभग मामले आने लगे हैं. मौत के आंकड़ों में भी कमी आ रही है.

मरीजों की संख्या में आ रही कमी

प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएसमी की अगर बात करें तो यहां भी मरीजों की संख्या कम होने लगी है. अस्पताल में जहां बीते सप्ताह 300 के लगभग गम्भीर मरीज दाखिल थे, वहीं अब 217 गंभीर मरीज ही रह गए हैं. आईजीएमसी के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. राहुल गुप्ता ने बताया कि कोरोना अब नियंत्रित होने लगा है. अस्पताल में दाखिल होने वाले मरीजों का आंकड़ा 40 फीसदी ही रह गया है. वर्तमान में 217 गंभीर मरीज ही दाखिल हैं.

अस्प्ताल में पर्याप्त मात्रा में है बेड

डॉ. राहुल गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दो सप्ताह पहले ही आईजीएसी का दौरा कर नए भवन को कोरोना के लिए खोलने व 500 बेड लगाने के निर्देश दिए थे. अस्प्ताल के पास पर्याप्त बेड है, जो आने वाले मरीजों के लिए काफी है. उनका कहना था कि आईजीएमसी में 334 बेड की ब्यवस्था कोरोना मरीजों के लिए की गई है.

ऑक्सीजन और दवाई की कमी नहीं

डॉ. राहुल गुप्ता ने बताया कि कोरोना की पहली लहर के दौरान 198 बेड लगाए गए थे, जबकि उससे कम मरीज ही आए. अब 334 बेड तैयार किए गए हैं. अस्प्ताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन और दवाई की कोई कमी नहीं है.

ये भी पढ़ें:राज्यपाल की पत्नी को IGMC से मिली छुट्टी, कोरोना पॉजिटिव होने के बाद कराया गया था भर्ती

शिमला: कोरोना कर्फ्यू का हिमाचल प्रदेश में सकारात्मक असर दिखने लगा है. इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अब कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या घटने लगी है. जहां पहले रोजाना 5000 के लगभग मामले आ रहे थे, वहीं अब 1300 के लगभग मामले आने लगे हैं. मौत के आंकड़ों में भी कमी आ रही है.

मरीजों की संख्या में आ रही कमी

प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएसमी की अगर बात करें तो यहां भी मरीजों की संख्या कम होने लगी है. अस्पताल में जहां बीते सप्ताह 300 के लगभग गम्भीर मरीज दाखिल थे, वहीं अब 217 गंभीर मरीज ही रह गए हैं. आईजीएमसी के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. राहुल गुप्ता ने बताया कि कोरोना अब नियंत्रित होने लगा है. अस्पताल में दाखिल होने वाले मरीजों का आंकड़ा 40 फीसदी ही रह गया है. वर्तमान में 217 गंभीर मरीज ही दाखिल हैं.

अस्प्ताल में पर्याप्त मात्रा में है बेड

डॉ. राहुल गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दो सप्ताह पहले ही आईजीएसी का दौरा कर नए भवन को कोरोना के लिए खोलने व 500 बेड लगाने के निर्देश दिए थे. अस्प्ताल के पास पर्याप्त बेड है, जो आने वाले मरीजों के लिए काफी है. उनका कहना था कि आईजीएमसी में 334 बेड की ब्यवस्था कोरोना मरीजों के लिए की गई है.

ऑक्सीजन और दवाई की कमी नहीं

डॉ. राहुल गुप्ता ने बताया कि कोरोना की पहली लहर के दौरान 198 बेड लगाए गए थे, जबकि उससे कम मरीज ही आए. अब 334 बेड तैयार किए गए हैं. अस्प्ताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन और दवाई की कोई कमी नहीं है.

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