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IGMC की न्यू बिल्डिंग में 2 फ्लोर में बना कोरोना वार्ड, CCTV की मदद से भी रखी जाएगी नजर

प्रदेश में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए आईजीएमसी अस्पताल की न्यू बिल्डिंग में 2 मंजिलों में कोरोना वार्ड बनाया गया है. न्यू बिल्डिंग में ट्राइएस वार्ड को मेडिसिन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है और ट्राइएस वार्ड की जगह कोरोना आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. जहां 25 के लगभग मरीज दाखिल हैं. वहीं, आईजीएमसी की न्यू ओपीडी ब्लॉक में कोरोना मरीजों के लिए एक और फ्लोर तैयार किया जा रहा है.

Corona ward built in two floors in new building of IGMC shimla
फोटो.
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Published : Dec 12, 2020, 4:41 PM IST

शिमला: प्रदेश में बढ़ते कोरोना मामलों से आईजीएमसी प्रशासन अलर्ट हो गया है. पूरे प्रदेश से गंभीर मरीज आईजीएमसी में रेफर होते है. ऐसे में बढ़ते मामलों पर अस्पताल में न्यू बिल्डिंग में 2 मंजिल को कोरोना वार्ड बनाया गया है. न्यू बिल्डिंग में ट्राइएस वार्ड को मेडिसिन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है और ट्राइएस वार्ड की जगह कोरोना आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. जहां 25 के लगभग मरीज दाखिल हैं.

वहीं, आईजीएमसी की न्यू ओपीडी ब्लॉक में कोरोना मरीजों के लिए एक और फ्लोर तैयार किया जा रहा है. कोरोना वॉर्ड में मरीजों को सभी सुविधा मिले इसके लिए वॉर्ड को नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है. वॉर्ड में सीसीटीवी कैमरा लगाए जा रहे हैं, जिससे कि वॉर्ड में चल रही गतिविधियों पर नजर रखी जा सके.

वीडियो.

नेटवर्क के माध्यम से फोन की सुविधा भी मरीजों को प्रदान की जाएगी, जिससे कि मरीज अपने घरों पर बात कर सकें और मानसिक तनाव महसूस न करें. गौर रहे कि हाल ही में आईजीएमसी में कोरोना वॉर्ड मरीजों से पूरी तरह भर गया था. जिसके बाद अस्पताल सवालों के घेरे में आ गया था. जिसको देखते हुए न्यू ओपीडी ब्लॉक में दो फ्लोर को कोरोना मरीजों के लिए रखा गया है. यहां दो फ्लोर पर 25-25 बेड की सुविधा मरीजों को प्रदान की जाएगी.

एक फ्लोर में मरीजों को रखा गया है

गौर रहे कि एक फ्लोर में मरीजों को रखा गया है. वहीं, दूसरे फ्लोर पर मरीजों की सुविधा के लिए वॉर्ड को नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है. जिससे कि मरीजों को किसी प्रकार की समस्या न आए. इसके साथ ही मरीजों को कोरोना वॉर्ड में मानसिक तनाव महसूस करता है. जिसके लिए अब मरीजों को एक फोन की सुविधा दी जा रही है, जिससे कि वह अपने परिवारजनों से बात कर सकें.

सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार कोरोना वॉर्ड में अब सीनियर डॉक्टर्स भी ड्यूटी देंगे. वहीं, मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपलों को ड्यूटी रोस्टर भी तैयार करने के निर्देश दिए हैं. इसकी रिपोर्ट सचिवालयों को भी भेजनी होगी. ड्यूटी देने वाले डॉक्टर को भी ड्यूटी के बाद होम आइसोलेट होना होगा. अभी तक वॉर्ड में पीजी और इनटर्म डॉक्टर सेवाएं देते थे. अब एक या दो सीनियर डॉक्टर को भी वॉर्ड में जाना होगा.

तीसरे फ्लोर को भी कोरोना मरीजों के लिए जल्द ही खोला जाएगा

सीसीटीवी से नजर आईजीएमसी न्यू ओपीडी फ्लोर में शुरू किए जाने वाले कोविड फ्लोर में सीसीटीवी कैमरा लगाए जा रहे हैं. जिससे कि वॉर्ड में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जा सके. यदि किसी मरीज की हालत खराब हो, तो मरीजों को सीसीटीवी के जरिए जल्द ही सुविधा प्रदान की जा सकती है. अस्पताल प्रशासन द्वारा मरीजों की बढ़ती तादात देखते हुए तीसरे फ्लोर को भी कोरोना मरीजों के लिए जल्द ही खोला जाएगा.

इस संबंध में आईजीएमसी के प्रिंसिपल डॉ. रजनीश पठानिया ने बताया कि न्यू ओपीडी बिल्डिंग में 2 फ्लोर कोरोना के लिए रखे हैं. ट्राइएस वार्ड को मेडिसन वार्ड 1,4 में शिफ्ट कर दिया गया है.

शिमला: प्रदेश में बढ़ते कोरोना मामलों से आईजीएमसी प्रशासन अलर्ट हो गया है. पूरे प्रदेश से गंभीर मरीज आईजीएमसी में रेफर होते है. ऐसे में बढ़ते मामलों पर अस्पताल में न्यू बिल्डिंग में 2 मंजिल को कोरोना वार्ड बनाया गया है. न्यू बिल्डिंग में ट्राइएस वार्ड को मेडिसिन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है और ट्राइएस वार्ड की जगह कोरोना आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. जहां 25 के लगभग मरीज दाखिल हैं.

वहीं, आईजीएमसी की न्यू ओपीडी ब्लॉक में कोरोना मरीजों के लिए एक और फ्लोर तैयार किया जा रहा है. कोरोना वॉर्ड में मरीजों को सभी सुविधा मिले इसके लिए वॉर्ड को नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है. वॉर्ड में सीसीटीवी कैमरा लगाए जा रहे हैं, जिससे कि वॉर्ड में चल रही गतिविधियों पर नजर रखी जा सके.

वीडियो.

नेटवर्क के माध्यम से फोन की सुविधा भी मरीजों को प्रदान की जाएगी, जिससे कि मरीज अपने घरों पर बात कर सकें और मानसिक तनाव महसूस न करें. गौर रहे कि हाल ही में आईजीएमसी में कोरोना वॉर्ड मरीजों से पूरी तरह भर गया था. जिसके बाद अस्पताल सवालों के घेरे में आ गया था. जिसको देखते हुए न्यू ओपीडी ब्लॉक में दो फ्लोर को कोरोना मरीजों के लिए रखा गया है. यहां दो फ्लोर पर 25-25 बेड की सुविधा मरीजों को प्रदान की जाएगी.

एक फ्लोर में मरीजों को रखा गया है

गौर रहे कि एक फ्लोर में मरीजों को रखा गया है. वहीं, दूसरे फ्लोर पर मरीजों की सुविधा के लिए वॉर्ड को नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है. जिससे कि मरीजों को किसी प्रकार की समस्या न आए. इसके साथ ही मरीजों को कोरोना वॉर्ड में मानसिक तनाव महसूस करता है. जिसके लिए अब मरीजों को एक फोन की सुविधा दी जा रही है, जिससे कि वह अपने परिवारजनों से बात कर सकें.

सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार कोरोना वॉर्ड में अब सीनियर डॉक्टर्स भी ड्यूटी देंगे. वहीं, मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपलों को ड्यूटी रोस्टर भी तैयार करने के निर्देश दिए हैं. इसकी रिपोर्ट सचिवालयों को भी भेजनी होगी. ड्यूटी देने वाले डॉक्टर को भी ड्यूटी के बाद होम आइसोलेट होना होगा. अभी तक वॉर्ड में पीजी और इनटर्म डॉक्टर सेवाएं देते थे. अब एक या दो सीनियर डॉक्टर को भी वॉर्ड में जाना होगा.

तीसरे फ्लोर को भी कोरोना मरीजों के लिए जल्द ही खोला जाएगा

सीसीटीवी से नजर आईजीएमसी न्यू ओपीडी फ्लोर में शुरू किए जाने वाले कोविड फ्लोर में सीसीटीवी कैमरा लगाए जा रहे हैं. जिससे कि वॉर्ड में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जा सके. यदि किसी मरीज की हालत खराब हो, तो मरीजों को सीसीटीवी के जरिए जल्द ही सुविधा प्रदान की जा सकती है. अस्पताल प्रशासन द्वारा मरीजों की बढ़ती तादात देखते हुए तीसरे फ्लोर को भी कोरोना मरीजों के लिए जल्द ही खोला जाएगा.

इस संबंध में आईजीएमसी के प्रिंसिपल डॉ. रजनीश पठानिया ने बताया कि न्यू ओपीडी बिल्डिंग में 2 फ्लोर कोरोना के लिए रखे हैं. ट्राइएस वार्ड को मेडिसन वार्ड 1,4 में शिफ्ट कर दिया गया है.

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