शिमला: प्रदेश में शुक्रवार से कोचिंग संस्थान खोले गए हैं. सरकार की ओर से कोचिंग संस्थानों को खोलने को लेकर एसओपी भी जारी की गई है, लेकिन शिमला में कुछ एक कोचिंग संस्थान ऐसे थे, जिन्होंने तय एसओपी का पालन नहीं किया और वहां जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गई.
कमरों में बिना सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही छात्रों को बैठाया गया. छोटे-छोटे कमरों में एक साथ छात्रों को बैठा कर सरेआम संस्थान ने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई. यहां तक कि संस्थान से जब एसओपी का पालन ना करने की वजह पूछी गई तो उन्होंने ये तक कह दिया कि कोचिंग सेंटर उनका है और उनकी मर्जी है कि वह यहां किस तरह से छात्रों की कक्षाएं लगाए.
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना करने पर संस्थान पर होगी कार्रवाई
सरकार की ओर से जो भी नियम कोचिंग संस्थानों को खोलने को लेकर तय किए गए थे उसमें से किसी का भी पालन कोचिंग सेंटर में नहीं हो रहा था. बावजूद इसके भी संस्थान प्रबंधन अपनी गलती को नहीं माना और उसी तरह से बिना सोशल डिस्टेंसिंग के वहां छात्रों की कोचिंग कक्षाएं लगाई गई. संस्थान के इस रवैये और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना करने पर अब संस्थान पर कार्रवाई भी की जाएगी. मामले में जहां पुलिस ने कार्रवाई की है तो वहीं शिक्षा विभाग ने भी संज्ञान लिया है.
शिक्षा विभाग निदेशक ने कोचिंग सेंटर्स पर कार्रवाई करने को लिए उपायुक्त शिमला को लिखा पत्र
शिक्षा विभाग के निदेशक की ओर से इस तरह के कोचिंग सेंटर्स जहां एसओपी और नियमों का पालन नहीं हो रहा है. उन पर कार्रवाई करने को लेकर पत्र उपायुक्त शिमला को लिखा गया है. उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी को शिक्षा विभाग की ओर से लिखे पत्र में कहा गया है कि कोचिंग सेंटर में 50 फीसदी की क्षमता से अधिक बच्चे आने पर ऐसे संस्थानों पर सख्त कार्रवाई की जाए. उपायुक्त से आग्रह किया गया है कि एसओपी की अवहेलना करने वाले संस्थानों पर कार्रवाई की जाए.
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