बिलासपुर: लगभग सात माह बाद कोरोना के भय के बीच लोगों का अपने घरों के बाहर निकलना शुरू हो गया है. हालांकि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है, लेकिन फिर भी सरकार ने अब देश की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए प्रदेशों और जिलों को खोल दिया है, ताकि लोग अपना व्यापार फिर से शुरू कर दें और अपनी आर्थिक स्थिति को फिर से पटरी पर ला सकें.
ऐसे में जब ईटीवी भारत की टीम ने बिलासपुर जिला के दुकानदारों, होटल संचालकों व कपड़ा उद्योगपतियों से बात की गई तो उनका कहना है कि एक समय ऐसा भी जब पूरा शहर, देश व जिला बंद हो गया था और ऐसा महसूस होता था कि अब यह स्थिति ठीक नहीं हो पाएगी, लेकिन फिर भी धीरे-धीरे स्थिति सही करने के लिए सरकार ने कई अहम निर्णय लिए और सबसे पहले हिमाचल-पंजाब की सीमाओं को खोलने का निर्णय लिया.
ऐसे में दुकानदारों को कहीं न कहीं व्यापारिक दृष्टि से तो थोड़ी मदद मिली होनी. हालांकि दुकानदारों का यह भी कहना है कि मार्केट में खरीददार बहुत कम पहुंच रहे हैं, लेकिन फिर भी चाहे काम थोड़ा ही हो रहा हो, लेकिन कुछ आर्थिक मदद होना व्यापारियों के लिए सही है.
वहीं, जब बिलासपुर के धौलरा रेस्तरां के एमडी धमेंद्र ठाकुर से बात की गई तो उनका कहना है कि कोविड की वजह से उन्हें काफी लाखों रूपये का नुकसान पहुंचा है, लेकिन अब हिमाचल में एक बार फिर से पर्यटकों का आना शुरू हो गया है, जिसकी वजह से उनके व्यापार भी अब थोड़ा बढ़ना शुरू हो गया है.
उन्होंने यह भी साफ किया है कि पहले की भांति अभी तक इतने पर्यटक नहीं पहुंच पा रहे हैं, लेकिन फिर भी थोड़े-बहुत पर्यटक पहुंचने से उनकी आर्थिक स्थिति ठीक होना शुरू हो गई है. वहीं, जब बिलासपुर के गांधी मार्केट के दुकानदार नवीन सोनी से बात की गई तो उनका कहना है कि अब कारोबार खुलना शुरू हो गया है. लोग बाजारों व मार्किट में पहुंच रहे है. जिससे अब इनकम होना शुरू हो गई है.
ऐसे में हम अंदाजा लगा सकते हैं कि कोरोना की वजह से हर वर्ग प्रभावित हुआ है. हालांकि अभी तक कोरोना का खतरा टला नहीं है, लेकिन फिर भी व्यापारिक दृष्टि से दुकानदारों को लाभ मिलना शुरू हो गया है और देश की आर्थिकी धीरे-धीरे पटरी पर आना शुरू हो गई है.