शिमलाः किसान बिलों को वापिस लेने के लिए पिछले 2 महीने से दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन कर रहे हैं. कांग्रेस किसानों के समर्थन में आई हैं और धरना प्रदर्शन कर रही है. शुक्रवार को शिमला में कांग्रेस ने राज भवन के बाहर धरना प्रदर्शन किया और राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति से इन तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग की है.
इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर सहित कांग्रेस कार्यकरता राजभवन के बाहर नीचे बैठ गए और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की साथ ही कांग्रेस ने 26 जनवरी को किसान मार्च में शामिल होने और प्रदेश में किसानों के समर्थन में आंदोलन जारी रखने की बात भी कही.
सुप्रीम कोर्ट की कमेटी पर भी उठ रहे सवाल: राठौर
कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि दिल्ली में किसान पिछले 2 महीने से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है. इस आंदोलन में 60 से ज्यादा किसानों की मौत हो गई है. वहीं, सुप्रीम कोर्ट में जो कमेटी गठित की है उस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कमेटी में जो सदस्य शामिल किए गए हैं. वह किसान बिल के समर्थन में अपनी बात कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस बिल को वापस लेने के लिए देशभर में हस्ताक्षर अभियान चलाया और वह राष्ट्रपति को सौंपा था. लेकिन अभी तक इस बिल को वापिस लेने को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया केंद्र सरकार केवल वार्ता के नाम पर किसानों को ठगने का काम कर रही है.
तीनों कानूनों को वापिस लेने की मांग
वहीं, राठौर ने कहा कि आज राजभवन के बाहर प्रदर्शन कर राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति से इन तीनों बिलों को किसानों के हित में वापस लेने की मांग की गई और 26 जनवरी को किसानों के मार्च में हिमाचल से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के शामिल होने की बात कुलदीप राठौर ने की.