शिमलाः हिमाचल प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की धीमी गति पर कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने सरकार पर निशाना साधा है. साथ ही विक्रमादित्या सिंह ने वैक्सीन को लेकर युवाओं और आमजनता को गुमराह कर रही है.
कोविड पोर्टल पर नहीं हो रहा पंजीकरण
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि 18 से 44 साल के लोगों को वैक्सीन लगाने का सरकार में अभियान शुरू किया है और इसके लिए कोविड पोर्टल पर पंजीकरण करवाया जा रहा है लेकिन जैसे ही लोग को कोविड पोर्टल पर वैक्सीन के लिए पंजीकरण शुरू करते हैं तो उसी समय वह बंद हो जाता है.
सरकार प्रदेश में कोरोना वैक्सीन लगाने में नाकाम साबित हो रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना की लहर को लेकर पहले ही आगाह किया गया था लेकिन यह सरकार इससे निपटने के लिए तैयारी नहीं कर पाई जिसका नतीजा यह है कि आज के समय में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और प्रदेश में कई कोरोना संक्रमितों की मौत हो रही है.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सरकार ने कोरोना की दूसरी डोज लगाने का समय 12 सप्ताह कर दिया और जो कोरोना संक्रमित हो रहे हैं उन्हें 3 महीने बाद ही वैक्सीन लगाने के फरमान जारी कर दिए है. जबकि पहले इस तरह की कोई गाइडलाइन नहीं थी. प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की कमी है जिसको देखते हुए सरकार की ओर से ऐसी गाइडलाइन जारी की जा रही है जोकि युवाओं के साथ बहुत बड़ा धोखा है.
'संकट के दौर में कहीं नजर नहीं आ रहे स्वास्थ्य मंत्री'
वहीं, विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री पर भी निशाना साधा और कहा कि इस संकट के दौर में स्वास्थ्य मंत्री कहीं नजर नहीं आ रहे हैं. ऐसे समय में उन्हें लोगों के बीच में होना चाहिए था लेकिन वे कहीं नजर नहीं आ रहे हैं. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि यह सरकार पलटू राम सरकार है. सरकार पहले निर्णय लेती है और उन्हें फिर बदल देती है. सरकार को इसको लेकर मंथन करना चाहिए.
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